Agency:NEWS18DELHI
Last Updated:January 22, 2025, 13:27 IST
Delhi Chunav 2025 : दिल्ली में चुनाव प्रचार के बीच ताबड़तोड़ चुनावी वादे भी किए जा रहे हैं. आप के बाद बीजेपी भी चुनावी वादों के इस दौर में कूद गई है. बीजेपी ने ऑटो और टैक्सी ड्राइवर्स के लिए कल्याण बोर्ड का गठन...और पढ़ें
ऑटो चालकों ने दी अपनी राय
दिल्ली : दिल्ली में विधानसभा चुनाव अब बेहद दिलचस्प मोड़ पर है. चुनावों में जीत दर्ज करने के लिए अब जनता को खुश करने की होड़ लगातार पार्टियों में नजर आ रही है. पहले जहां आम आदमी पार्टी ने ऑटो चालकों को खुश करने के लिए उनकी बेटी की शादी के लिए 1 लाख रुपए, साल में 2 बार वर्दी बनवाने के लिए 2500-2500 रुपए और 10 लाख रुपए का लाइफ और 5 लाख रुपये का दुर्घटना बीमा करवाने का वादा किया था वहीं अब बीजेपी ने भी अपने घोषणा पत्र में ऑटो चालकों के लिए कल्याण बोर्ड बनाने का वादा कर दिया है.
बीजेपी ने ऑटो चालकों को 10 लाख का जीवन बीमा, पांच लाख का दुर्घटना बीमा और वाहन बीमा के साथ ही बच्चों की उच्च शिक्षा के लिए स्कॉलरशिप जैसे बड़े वादे कर दिए हैं. आखिर इस वादे से कितना खुश हैं दिल्ली के ऑटो चालक? यह जानने के लिए लोकल 18 ने दिल्ली के ऑटो चालकों से बात की.
ठंडे बस्ते सरकार के सभी वादे
दिल्ली एनसीआर में 15 सालों से ऑटो चला रहे मिथिलेश ने कहा कि सरकारें सब आती हैं और चली जाती हैं. वादे तमाम किए जाते हैं, लेकिन ऑटो चालकों का कल्याण आज तक नहीं हो पाया है. सिर्फ लॉकडाउन के वक्त 5 हजार रुपए सभी ऑटो चालकों को दिए गए थे उससे फायदा हुआ था लेकिन अब ऑटो चालकों के लिए होने वाले सभी वादे ठंडे बस्ते में चले जाते हैं.
2 मिनट में कट जाता है चालान
वेद प्रकाश गुप्ता ने कहा कि वह पिछले कई सालों से दिल्ली एनसीआर में ऑटो चला रहे हैं. ऑटो चालकों के लिए एक भी स्टैंड दिल्ली में नहीं है. कहीं पर ऑटो खड़ा कर 2 मिनट के लिए तो चालान हो जाता है या पुलिस डंडे मार कर भगा देती है. जो ऑटो स्टैंड हैं भी तो उस पर बैटरी रिक्शा चालकों ने कब्जा कर रखा है. ऑटो चालकों की यूनियन है, लेकिन सुनती नहीं है. वहीं जीवन दीक्षित ने बताया कि सारी सरकारें ऑटो चालकों को लुभा तो रही हैं और पूरे वोट भी ऑटो चालकों से ले लेंगी लेकिन जब बात आती है वादों को पूरा करने की तो कोई सरकार आगे नहीं आती है. वादे करके सभी भूल जाते हैं. सब कुछ जुमलेबाजी है.
सरकार भूल जाती है सारे वादे
सुकेश राणा ने बताया कि वादे अभी तो कर रहे हैं सभी लेकिन पिछले जो वादे किए गए थे उनका क्या. उन वादों से हमें लाभ मिला नहीं मिला. 90 फ़ीसदी ऑटो चालक दिल्ली में बिना स्टैंड के दिन भर चलते रहते हैं. कहीं गाड़ी नहीं खड़ा कर सकते क्योंकि चालान हो जाता है. अब ऑटो चालकों के लिए ऑटो चलाना बहुत मुश्किल हो गया है. ऑटो ड्राइवर के लिए किए गए वादे सभी सरकारें बनने के बाद भूल जाती हैं.
Location :
Delhi,Delhi,Delhi
First Published :
January 22, 2025, 13:27 IST