साइबर फ्रॉड रोकने के लिए जागरुकता अभियान चलाना जरूरी...

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साइबर फ्रॉड रोकने के लिए जागरुकता अभियान चलाना जरूरी... ठगी के शिकार रिटायर्ड शिक्षक की सरकार से अपील

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साइबर ठगी के शिकार डीके सिंहा 

पीएम नरेंद्र मोदी ने पिछले दिनों मन की बात कार्यक्रम में लोगों से अपील करते हुए कहा था कि फ्रॉड कॉल आने पर पहले रुको, स ...अधिक पढ़ें

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  • Last Updated : November 19, 2024, 22:30 IST
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कोडरमा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले दिनों मन की बात कार्यक्रम के दौरान देश के कई इलाकों में बढ़ते डिजिटल अरेस्ट के मामले पर चर्चा करते हुए कहा था कि लोगों को साइबर ठगी से जुड़े कॉल आने पर जल्दबाजी में कोई भी ऐसा काम नहीं करना चाहिए, जिससे उनका आर्थिक नुकसान हो. पीएम ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि इस तरह के कॉल आने पर पहले रुको, सोचो और फिर एक्शन लो. पीएम नरेंद्र मोदी का यह संदेश बढ़ती साइबर अपराध की घटनाओं की रोकथाम में कितना कारगर सिद्ध होगा, इस पर साइबर ठगी के शिकार हो चुके एक व्यक्ति ने अपने अनुभव को साझा किया है.

बिजली कनेक्शन काटने का आया था मैसेज
लोकल 18 से विशेष बातचीत में झुमरी तिलैया निवासी सेवानिवृत शिक्षक डीके सिन्हा ने बताया कि वर्ष 2022 के जून महीने में वह साइबर ठगी के शिकार हो गए थे. उन्हें एक अंजान व्हाट्सएप नंबर से मैसेज प्राप्त हुआ था. जिसमें यह जिक्र किया गया था कि यदि तुरंत बकाया बिजली बिल का भुगतान नहीं किया जाता है तो उनका विद्युत कनेक्शन काट दिया जाएगा और उनके ऊपर कार्रवाई भी की जाएगी. जून के महीने में अचानक बिजली काटने का मैसेज प्राप्त होने के बाद वह काफी घबरा गए और अनजान नंबर के द्वारा व्हाट्सएप पर दिए गए कथित बिजली विभाग के नंबर पर उन्होंने तुरंत संपर्क किया. इस दौरान साइबर अपराधी के द्वारा उनके विद्युत कनेक्शन से जुड़े कुछ जानकारी देकर पहले उन्हें अपने विश्वास में लिया गया. इसके बाद बिजली कनेक्शन कटने की समस्या से बचने के लिए उनके मोबाइल पर रिमोट एक्सेस से जुड़े एक एप्लीकेशन को धोखे से डाउनलोड करवा लिया गया.

एप्लीकेशन के जरिए 50 हजार की ठगी
इसके बाद साइबर अपराधी के द्वारा एप के माध्यम से बिजली बिल का भुगतान करने की सलाह दी गई. इस दौरान जब उन्होंने अपने मोबाइल में अपने बैंक खाता से जुड़े जानकारी को डाला तो सैकड़ो किलोमीटर दूर बैठे साइबर अपराधी ने रिमोट एक्सेस एप्लीकेशन के जरिए उनके मोबाइल पर पूरी तरह से कंट्रोल पाते हुए उनकी बैंक से जुड़ी जानकारी को हासिल करके पहली बार में 50 हजार रूपये की अवैध निकासी कर ली. इसका मैसेज मिलने के बाद उन्हें कुछ गड़बड़ी की आशंका हुई और उन्होंने साइबर अपराधी का कॉल काट दिया. हालांकि इसके बाद साइबर अपराधी ने दो बार फिर से अवैध निकासी का प्रयास किया था लेकिन उनके द्वारा मोबाइल को स्विच ऑफ कर देने की वजह से साइबर अपराधी के एप से उनके मोबाइल का कनेक्शन कट गया और अपराधी दोबारा इसमें सफल नहीं हो पाए.

जागरुकता अभियान की जरूरत
सेवानिवृत्ति शिक्षक डीके सिन्हा ने कहा कि युवा वर्ग मोबाइल फ्रेंडली होते हैं लेकिन 45 साल से अधिक उम्र के लोग मोबाइल का उपयोग सिर्फ कॉल और थोड़े बहुत सोशल मीडिया का उपयोग करने के लिए करते हैं. ऐसे में आवश्यकता है कि मोबाइल के माध्यम से होने वाले साइबर ठगी पर रोकथाम के लिए पूरे देश भर में एक बड़े जागरूकता अभियान चलाने की आवश्यकता है. ताकि कोई भी साइबर अपराधी किसी व्यक्ति के मेहनत की कमाई को चंद सेकंड में हड़प नहीं सके. उन्होंने कहा कि साथ ही सरकार को साइबर ठगी के मामले में संलिप्त अपराधियों पर कड़े कानूनी प्रावधान बनाना चाहिए. ताकि सरकार के नियम कानून को देखकर ही कोई व्यक्ति इस तरह की घटनाओं को अंजाम देने के बारे में सोच भी ना सके. उन्होंने बताया कि उनके साथ हुए साइबर ठगी की शिकायत तिलैया थाना में किया गया था. जिसके बाद मामला फिलहाल न्यायालय में लंबित है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संदेश लोगों के बीच जागरूकता का काम करेगा.

Tags: Cyber Crime, Jharkhand news, Kodarma news, Local18

FIRST PUBLISHED :

November 19, 2024, 22:30 IST

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