Last Updated:February 02, 2025, 16:02 IST
Rohtas News: सासाराम में 200 एकड़ जमीन पर चिड़ियाघर बनाने की योजना बनाई गई है. आपको बता दें, कि फिलहाल बिहार की करीब 13 करोड़ की आबादी के मुकाबले राज्य में केवल दो चिड़ियाघर हैं. इसे ध्यान में रखते हुए, अगले दो...और पढ़ें
हाइलाइट्स
- सासाराम में 200 एकड़ जमीन पर चिड़ियाघर बनाने की योजना.
- बिहार में अगले दो सालों में पांच नए चिड़ियाघर खुलेंगे.
- सासाराम चिड़ियाघर से पर्यटन और रोजगार में वृद्धि होगी.
रोहतास:- रोहतास जिला अपनी ऐतिहासिक धरोहर, ऊंची पहाड़ियों और खूबसूरत प्राकृतिक नजारों के लिए जाना जाता है, लेकिन अब यह जिला एक नई पहचान की ओर बढ़ रहा है. शेरशाह सूरी और अशोक के शिलालेखों से इतिहास में प्रसिद्ध इस क्षेत्र में जल्द ही वन्यजीव प्रेमियों के लिए एक खास केंद्र बनने जा रहा है. दरअसल सासाराम में 200 एकड़ जमीन पर एक बड़ा चिड़ियाघर बनाने की योजना बनाई गई है, जो यहां के पारिस्थितिक तंत्र को बेहतर बनाएगा और पर्यटन तथा स्थानीय अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा.
हालांकि, अभी इस परियोजना को आधिकारिक मंजूरी नहीं मिली है, लेकिन विभागीय स्तर पर इसको लेकर तेजी से काम हो रहा है. सासाराम में चिड़ियाघर बनने से न केवल पर्यटकों की संख्या में इजाफा होगा, बल्कि इससे स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर भी खुलेंगे. होटल, गाइड, परिवहन, दुकानें और बाकी पर्यटन से जुड़ी सेवाओं का व्यापार बढ़ेगा.
सासाराम में 200 एकड़ में बनेगा भव्य चिड़ियाघर
आपको बता दें, कि पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग ने बिहार के पांच जिलों में नए चिड़ियाघर खोलने की योजना बनाई है, जिनमें सासाराम भी शामिल है. यह चिड़ियाघर 200 एकड़ क्षेत्र में फैला होगा, जो इसे राज्य के सबसे बड़े चिड़ियाघरों में से एक बनाएगा. इस परियोजना से जिले में पर्यटन को बढ़ावा तो मिलेगा ही, साथ में स्थानीय लोगों को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे. सूत्रों के मुताबिक, यह चिड़ियाघर पटना के संजय गांधी जैविक उद्यान की तर्ज पर बनाया जाएगा. हालांकि, अभी इस परियोजना को आधिकारिक मंजूरी नहीं मिली है, लेकिन विभागीय स्तर पर इस पर तेजी से काम हो रहा है.
इलको लेकर जिला वन प्रमंडल पदाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने बताया, कि सासाराम में चिड़ियाघर निर्माण को लेकर विभागीय स्तर पर गंभीर चर्चा हुई है. मौखिक रूप से इस प्रस्ताव को सहमति मिल चुकी है, और जल्द ही अनुमति मिलने के बाद कार्य योजना को आखिरी रूप दिया जाएगा
बिहार में 5 नए चिड़ियाघरों को खोलने की योजना
आपको बता दें, कि फिल्हाल बिहार की करीब 13 करोड़ की आबादी के मुकाबले राज्य में केवल दो चिड़ियाघर हैं. जबकि तमिलनाडु जैसे राज्यों में, जहां आबादी बिहार से कम है, चार से पांच चिड़ियाघर मौजूद हैं. इसे ध्यान में रखते हुए, अगले दो सालों में बिहार में पांच नए चिड़ियाघर खोलने की योजना बनाई गई है, जिसमें सासाराम भी एक प्रमुख केंद्र होगा.
200 एकड़ से ज्यादा जगह की करनी है पहचान
बता दें, कि इस परियोजना के लिए पर्यावरण विभाग ने तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया है, जो जिले में चिड़ियाघर के लिए सही स्थान का चुनेगी. कमेटी को 15 दिनों के अंदर अपनी रिपोर्ट सौंपनी है. चिड़ियाघर के लिए जिले में 200 एकड़ से ज्यादा जगह की पहचान की जाएगी, जिसमें वन विभाग सहित बाकी सरकारी विभागों की खाली जमीन को भी शामिल किया जाएगा. वहीं, रिपोर्ट तैयार होने के बाद, इस प्रस्ताव को केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण को भेजा जाएगा, जिसके बाद आखिरी मंजूरी मिलने पर बनाने का काम शुरू किया जाएगा.
स्थानीय लोगों को मिलेगा रोजगार
आपको बता दें, कि सासाराम में चिड़ियाघर बनने से न केवल पर्यटकों की संख्या में इजाफा होगा, बल्कि इससे स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर भी खुलेंगे. होटल, गाइड, परिवहन, दुकानें और बाकी पर्यटन से जुड़ी सेवाओं का व्यापार बढ़ेगा, जिससे जिले की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी. अगर यह परियोजना सफल होती है, तो सासाराम केवल ऐतिहासिक स्थलों के लिए ही नहीं, बल्कि वन्यजीव प्रेमियों के लिए भी एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में उभर सकता है .
First Published :
February 02, 2025, 16:02 IST