Last Updated:January 12, 2025, 11:43 IST
Maharashtra News: महाराष्ट्र के बीड़ में सरपंच संतोष देशमुख की हत्या के बाद बवाल मचा हुआ है. जातीय संघर्ष की आशंका है. इसी बीच एनसीपी (एसपी) नेता शरद पवार ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की. उन्होंने लोगों से भी शांति की अपील की. दरअसल,...और पढ़ें
हाइलाइट्स
- बीड़ में सरपंच की हत्या के बाद तनाव बना हुआ है.
- शरद पवार ने सीएम फडणवीस के बीच बातचीत हुई.
- शरद पवार ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की.
Maharashtra News: महाराष्ट्र के बीड़ जिले में सरपंच की हत्या के बाद नवंबर से टेंशन का माहौल बना हुआ है. सरपंच संतोष देशमुख की हत्या का केस सीआईडी और एसआईटी को सौंपा गया है. 7 ओरपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. एक आरोपी कृष्णा अंधाले 9 दिसंबर 2024 से फरार है. वहीं, पुलिस कस्टडी में एक दलित युवक की मौत के बाद इलाकें में टेंशन का माहौल बना हुआ है. माहौल को शांत कराने के लिए और सीएम की दखलअंदाजी के एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से शनिवार को मुलाकात की.
एनसीपी (एसपी) प्रमुख शरद पवार ने कहा है कि उन्होंने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस बीड और परभणी मामले पर बात की. उन्होंने कहा कि एक सरपंच की हत्या और न्यायिक हिरासत में एक दलित युवक की मौत के बाद सामाजिक तनाव को सामान्य बनाने के प्रयासों पर बात की है. पवार ने शनिवार को कहा कि बीड और परभणी में सामान्य स्थिति बहाल करने और मुद्दों को सुलझाने के लिए एकजुट प्रयासों की आवश्यकता है.
पिछले महीने हुई थी हत्या
बीड़ जिले के मासजोग गांव में 9 दिसंबर को सरपंच संतोष देशमुख की हत्या हुई थी. इसमें हत्या का एक आरोपी राज्य के मंत्री धनंजय मुंडे का करीबी है. हत्या के बाद से पक्ष-विपक्ष के बीच में आरोप-प्रत्यारोप चल रह रहा है. विपक्ष और जनता ने धनंजय मुंडे के इस्तीफे की मांग की है. राज्य में व्यापक विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. जिले में जातिय संघर्ष की आशंका भी बनी हुई है. सरपंच देशमुख मराठा समुदाय के थे और पकड़े गए अपराधी वंजारी समुदाय से हैं.
एक दलित आरोपी का पुलिस कस्टडी में मौत
एक दलित आरोपी का पुलिस कस्टडी में मौत के बाद से जिले में तनाव की स्थिथि बनी हुई है. सोमनाथ सूर्यवंशी को 10 दिसंबर को परभणी में संविधान की प्रतिकृति के साथ तोड़फोड़ के बाद हुई हिंसा के बाद गिरफ्तार किया गया था. 15 दिसंबर को अचानक तबीयत खराब हो गई थी. जेल से अस्पताल ले जाए जाने के बाद मृत्यु हो गई.
पवार ने लोगों से शांति की अपील की
यहां एक कार्यक्रम में पवार ने 1993 की चर्चा की. उन्होंने कहा कि 1993 में लातूर विनाशकारी भूकंप और उसी साल मुंबई में सिलसिलेवार विस्फोट में 10,000 से अधिक लोग की मौत हो गई थी. पवार ने मुख्यमंत्री के रूप में अपना अनुभव शेयर करते हुए अपने अनुभव का हवाला दिया. पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र के लोग सामाजिक रूप से जागरूक हैं और हमेशा एकजुट होकर खड़े रहते हैं और संकट के समय प्रशासन के साथ सहयोग करते हैं.