Agency:News18 Uttar Pradesh
Last Updated:January 23, 2025, 12:16 IST
न्यूयॉर्क स्थित विश्व स्मारक कोष (डबल्यूएमएफ) के अनुसार दुनिया भर से 200 से अधिक संरचनाओं का चयन किया गया है जिसकी देखरेख और अतिक्रमण मुक्त के साथ शहर विस्तार में आने वाली चुनौतियों का ध्यान रखा जाएगा.
हैदराबाद: शहर में ऐसे बहुत सारे ऐतिहासिक इमारत हैं जिनको बचाना बहुत जरूरी होता है, क्योंकि ये इमारतें शहर की पहचान होती हैं. हैदराबाद शहर की ऐसी इमारतों को 2025 विरासत स्थल की निगरानी सूची में शामिल किया गया है. इनमें जो इमारतें जर्जर हो गई हैं उनको मेंटेन किया जायेगा. साथ ही, अतिक्रमण मुक्त किया जायेगा.
हैदराबाद की तीन इमारत शामिल
न्यूयॉर्क स्थित विश्व स्मारक कोष (डबल्यूएमएफ) के अनुसार दुनिया भर से 200 से अधिक संरचनाओं का चयन किया गया है जिसकी देखरेख और अतिक्रमण मुक्त के साथ शहर विस्तार में आने वाली चुनौतियों का ध्यान रखा जाएगा. इन 200 में हैदराबाद शहर से 3 ऐसी इमारतें हैं, जिनका चयन हुआ है जिसमें मुसी नदी के किनारे उस्मानिया जनरल अस्पताल, स्टेट सेंट्रल लाइब्रेरी और उच्च न्यायालय भवन 2025 विरासत स्थल निगरानी सूची में शामिल है.
इतिहास का प्रतिनिधित्व करती हैं ये इमारतें
डबल्यूएमएफ ने मुसी नदी को हैदराबाद शहर का सांस्कृतिक आधार बताया. साथ ही, उस्मानिया अस्पताल, स्टेट सेंट्रल लाइब्रेरी और उच्च न्यायालय भवन शहर के ऐतिहासिक विकास को दर्शाती है और इतिहास का प्रतिनिधित्व करती है. ऐसे में इन इमारतों का ध्यान रखना भी जरूरी हो जाता है, क्योंकि नदी के किनारे होने के कारण इन इमारतों के आसपास अतिक्रमण जैसी समस्याएं देखने को मिलती हैं और साथ ही पुराने ज़माने में बनी इन इमारतों का रखरखाव भी जरूरी है, क्योंकि ये इमारतें जर्जर हालत में हैं. इनका मेंटेन करना भी जरूरी है, ताकि आने वाली पीढ़ी पुराने इतिहास को देख सके और उसको समझ सकें. सरकार द्वारा भी नदी किनारे इन इमारतों को संस्कृतिक और पर्यटक आकर्षणों में शामिल करने की घोषणा की है, लेकिन अतिक्रमण एक समस्या है.
Location :
Hyderabad,Hyderabad,Telangana
First Published :
January 23, 2025, 12:16 IST