कोराना काल में लोन लेकर इस शख्स ने शुरू किया ये धंधा, अब छाप रहा है नोट

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Agency:News18 Bihar

Last Updated:January 23, 2025, 18:38 IST

Aurangabad Vikram Singh Success Story: औरंगाबाद के रहने वाले विक्रम सिंह कोराना महामारी के दौरान नौकरी जाने के डर से घर आ गए और डिटर्जेंट पाउडर बनाने का काम काम शुरू किया. घर वालों के मना करने के बाद भी लोन लेक...और पढ़ें

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पैकिंग

पैकिंग करती महिलाएं 

औरंगाबाद. कोरोना महामारी के उस भयावह दौर में वायरस की चपेट में आने से कई लोगों की मौत हो हुई तो कई लोग बेरोजगारी से भी मरे. उस दौरान सभी की चिंता इस बात की थी कि आगे क्या होगा? इस दौरान गुजरात में लाखों के पैकेज पर नौकरी कर रहे औरंगाबाद के युवा विक्रम सिंह गौतम की चिंता भी बढ़ी हुई थी कि कहीं उनकी नौकरी भी खतरे में ना आ जाए. हालांकि नौकरी चले जाने को खतरे को भांपते हुए भविष्य की तैयारी में जुट गए. औरंगाबाद आकर बिहार का पहला ब्रांड्स डिटर्जेंट पाउडर बनाने का व्यवसाय शुरू कर दिया.

बिहार का है पहला डिटर्जेंट ब्रांड 

औरंगाबाद जिले के कुटुंबा प्रखंड निवासी विक्रम सिंह गौतम ने लोकल 18को बताया कि साल 2022 में अपने गांव में ही सृष्टि महिमा डिटर्जेंट पाउडर कंपनी की शुरुआत की. शुरुआत में इस व्यवसाय में उन्हें कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ा. डिटर्जेंट पाउडर बनाने की विधि से लेकर मार्केटिंग तक की पूरी जानकारी नहीं थी. इसके लिए विक्रम ने यूट्यूब का सहारा लिया और कई लोगों से मिलकर जानकारी भी हासिल की. उन्होंने बताया कि इस व्यवसाय को शुरू करने के लिए घर वालों ने मना कर दिया. इसके बाद भी अपन निर्णय पर टिके रहे और इस व्यवसाय को आगे बढ़ाने में जुट गए.

लोन लेकर शुरू किया व्यवसाय

व्यवसाई विक्रम सिंह ने बताया कि गुजरात में रोड कंस्ट्रक्शन कंपनी में काम करते थे, जहां कोविड के दौरान उन्हें आइडिया आया कि समय से पहले खुद के लिए कुछ व्यवसाय की शुरुआत की जाए. इसके बाद डिटर्जेंट पाउडर बनाने का काम शुरू कर दिया. इस व्यवसाय के लिए निजी बैंक से लोन भी लिया. वि्क्रम ने बताया कि इस व्यवसाय को शुरू करने में 30 से 35 लाख रुपए का खर्च आया है.

रोजाना 3 टन सर्फ का है प्रोडक्शन

विक्रम सिंह ने बताया कि नौकरी जाने के डर से जिस व्यवसाय को शुरू किया था, उसमें काफी मेहनत करने के बाद सफलता मिलने लगी है. इस व्यवसाय में 32 से अधिक लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया है. खास बात यह है कि टोटल वर्कर में 80 फीसदी महिलाएं शामिल हैं. विक्रम सिंह ने बताया कि डिटर्जेंट पाउडर को बनाने में 12 तरह के फॉर्मूला का इस्तेमाल किया जाता है. उसके बाद उसकी लैब में टेस्टिंग की जाती है. इस कम्पनी का रोजाना का प्रोडक्शन 3 टन से अधिक है. वहीं यहां से सर्फ बिहार, झारखंड, असम, नेपाल सहित कई राज्यों में सप्लाई होती है. वहीं सालाना लाखों में कमाई हो रही है.

Location :

Aurangabad,Bihar

First Published :

January 23, 2025, 18:38 IST

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