120 दिनों में तैयार हो जाती है मक्के की फसल, नवंबर में होती है बुवाई...

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सर्दियों में मक्का की बुवाई 15 अक्टूबर से 15 नवंबर के बीच की जाती है जानिए डिटेल

अररिया : बिहार के कई जिलों में धान की कटाई खत्म हो गई है तो कई जिलों में जारी है. धान की कटाई के साथ ही रबी सीजन की शुरुआत हो जाती है. रबी सीजन में गेहूं की फसल मुख्य फसल मानी जाती है. लेकिन इस सीजन में किसान कई अन्य फसलों जैसे चना, सरसों, मटर, मक्का की भी खेती करते हैं. वैसे तो खरीफ और जायद सीजन में क‍िसान बड़े पैमाने पर मक्का की खेती करते हैं. लेक‍िन, अब कृष‍ि वैज्ञान‍िक रबी सीजन में भी क‍िसानों को मक्के की खेती करने के ल‍िए प्रोत्साह‍ित कर रहे हैं, ज‍िसे मुनाफे की गांरटी बताया जा रहा है.

गौरतलब है कि बढ़ते पशुपालन और एथेनाल उत्पादन की वजह से मक्के की मांग में बहुत तेजी से वृद्धि हो रही है. मक्के का आटा, कॉर्नफ्लेक्स, पॉपकॉर्न, बेबीकॉर्न और स्वीटकॉर्न जैसी चीजें आज हर दूसरे घर में इस्तेमाल हो रही हैं. वहीं दूसरी तरफ कुक्कुट पालन और एथेनाल उत्पादन सहित विविध क्षेत्रों में मक्का का इस्तेमाल होने से न केवल भारत में बल्कि दुनिया भर में मक्का की मांग तेजी से बढ़ रही है.

कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार खरीफ और रबी सीजन में मक्का की खेती की जाए तो गेहूं और चना की तुलना में किसान बेहतर मुनाफा कमा सकते हैं तो आइए कृषि विशेषज्ञ से जानते हैं कि रवि सीजन में किसान मक्के की कौन सी किस्म कि बुवाई कर सकते हैं.

प्रति एकड़ 50 हजार के बचत
अररिया जिले महिला किसान उमा देवी ने लोकल 18 से बातचीत में बताते हैं कि मक्का मिलेट्स श्रेणी का अनाज है. इसकी खेती करके किसान अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं. मक्का, धान-गेहूं की की अपेक्षा अधिक मुनाफे वाली फसल मानी जाती है. अगर किसान रबी सीजन में गेहूं की जगह मक्का की खेती करते हैं, तो किसान 50 हजार रुपए प्रति एकड़ की बचत कर सकते हैं. जबकि गेहूं के प्रति एकड़ 18 से 20 हजार रुपए की बचत होती है. जहां गेहूं 2,425 रुपए प्रति क्विंटल है. वहीं मक्का का भाव 2,225 रुपए है उन्होंने बताया कि अपने दो एकड़ जमीन पर मक्के की खेती करके एक सीज़न में एक लाख रुपए मुनाफा कमाई करते हैं

4 से 40 डिग्री में खेती संभव
लोकल 18 से बात करते किसान बताते हैं कि रबी के सीजन में मक्का की खेती करने वाले किसान मक्के की खास प्रजाति है. मक्के की यह किस्म बुवाई के मात्र 120 से 170 दिन में ही कटाई के लिए तैयार हो जाती है. साथ ही इसकी पैदावार औसतन 2 क्विंटल प्रति कट्टा है.लेकिन मक्का एक ऐसी फसल है जिसकी खेती 4-40 डिग्री तापमान में संभव है.

Tags: Agriculture, Bihar News, Local18

FIRST PUBLISHED :

November 17, 2024, 13:52 IST

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