Agency:News18 Madhya Pradesh
Last Updated:January 26, 2025, 13:00 IST
Public Opinion: मध्य प्रदेश सरकार ने 17 धार्मिक नगरों में शराब की दुकानों को बंद करने का ऐतिहासिक फैसला लिया है, जो 1 अप्रैल से लागू होगा. इसमें प्रमुख धार्मिक स्थल जैसे मैहर, महेश्वर, उज्जैन, और ओंकारेश्वर शाम...और पढ़ें
मैहर की जनता ने की शराबबंदी का स्वागत, कहा- यह बड़ी जीत..
हाइलाइट्स
- मध्य प्रदेश के 17 धार्मिक नगरों में शराबबंदी लागू होगी।
- मैहर के लोगों ने शराबबंदी के फैसले का स्वागत किया।
- धार्मिक नगरों में मांस पर भी प्रतिबंध की मांग उठी।
सतना. मध्य प्रदेश की डॉ. मोहन यादव सरकार ने शुक्रवार को महेश्वर में आयोजित कैबिनेट बैठक में एक ऐतिहासिक फैसला लिया है. इस निर्णय के तहत प्रदेश के 17 धार्मिक नगरों में शराब की दुकानों को बंद करने का निर्णय लिया गया है. यह फैसला आगामी 1 अप्रैल से लागू होगा. इनमें मैहर, महेश्वर, उज्जैन और ओंकारेश्वर जैसे प्रमुख धार्मिक नगर शामिल हैं.
मैहर की जनता ने किया सरकार का धन्यवाद
मैहर के लोगों ने इस निर्णय का स्वागत करते हुए सरकार का आभार व्यक्त किया है. युवाओं से लेकर बुजुर्गों तक सभी ने इस फैसले की सराहना की. यशवर्धन परिहार ने लोकल 18 से कहा कि पिछले 15 वर्षों से विभिन्न राजनीतिक दल, व्यापारी और श्रद्धालु शराबबंदी की मांग को लेकर संघर्ष कर रहे थे। आज सरकार का यह निर्णय हमारी बड़ी जीत है.
शराबबंदी से सामाजिक सुधार की उम्मीद
स्थानीय निवासी रामबहोरी दहिया ने कहा कि शराबबंदी से लड़ाई-झगड़े, चोरी-चकारी और अन्य अवांछनीय गतिविधियों में कमी आएगी. वहीं सुंदरलाल बागरी ने कहा कि धार्मिक स्थलों पर यह एक सामाजिक हित में उठाया गया महत्वपूर्ण कदम है.
मांस पर भी प्रतिबंध की मांग
कुछ लोगों ने इस फैसले के साथ धार्मिक नगरों में मांस पर भी प्रतिबंध लगाने की मांग की है. उनका कहना है कि धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व के क्षेत्रों में इस तरह के निर्णय से धार्मिक वातावरण को और शुद्धता मिलेगी. मैहर के लोग इस बदलाव को लेकर उत्साहित हैं और इसे एक सकारात्मक दिशा में बड़ा कदम मान रहे हैं.
Location :
Satna,Madhya Pradesh
First Published :
January 26, 2025, 13:00 IST