![DeepSeek AI](https://static.indiatv.in/khabar-global/images/new-lazy-big-min.jpg)
DeepSeek AI की मुश्किल कम होने का नाम ही नहीं ले रही है। चीनी स्टार्ट अप कंपनी पर अब बड़ी कार्रवाई की जा सकती है। अपने पहले AI मॉडल के लॉन्च होने के साथ ही पूरी दुनिया में तहलका मचाने वाली कंपनी पर एक और देश में कार्रवाई की जा सकती है। चीनी कंपनी पर यूजर्स डेटा को लेकर कई सवाल उठाए गए हैं। इस AI टूल को इटली, अमेरिका समेत कई देशों में बैन कर दिया गया है। अब यूरोपीय डेटा प्रोटेक्शन बोर्ड ने इस पर कार्रवाई करने की तैयारी कर ली है।
मुश्किल में DeepSeek
सामने आ रही रिपोर्ट की मानें तो डीपसीक पर यूरोप के राष्ट्रीय नियामक की तरफ से यह कार्रवाई की जा सकती है। नेशनल प्राइवेसी रेगुलेटर ने चीनी कंपनी के यूजर डेटा प्राइवेस को लेकर सवाल खड़े किए हैं। इस AI टूल पर यूजर के निजी डेटा के इस्तेमाल को लेकर कोई क्लियरिटी नहीं है, जिसकी वजह से फ्रांस, नीदरलैंड, बेल्जियम, लग्जमबर्ग समेत कई यूरोपीय देशों में इसे प्रतिबंधित किया जा सकता है। इटली पहले ही इस पर बैन लगा चुका है।
यूरोपीय डेटा प्रोटेक्शन बोर्ड (EDPB) के प्रवक्ता ने मीडिया को बताया कि कई डेटा प्रोटेशन ऑथिरिटी ने चीनी स्टार्टअप कंपनी पर कार्रवाई करना शुरू कर दिया है। आने वाले समय में कंपनी पर और भी कई तरह के एक्शन लिए जा सकते हैं। यूरोपीय डेटा प्रोटेक्शन बोर्ड ने AI के जरिए यूजर डेटा के इस्तेमाल की जांच के लिए अप्रैल 2023 में एक टास्कफोर्स का गठन किया था। यह टास्कफोर्स पहले माइक्रोसॉफ्ट बैक्ड OpenAI के ChatGPT पर ही फोकस कर रहा था। अब उनके रडार पर चीनी एआई कंपनी भी है।
यूरोपीय यूनियन हमेशा से ही यूजर डेटा प्रोटेक्शन को लेकर मुखर रहा है ताकि नागरिकों के अधिकारों और प्राइवेसी राइट्स की रक्षा की जा सके। यूरोपीय यूनियन में साल 2018 में जनरल डेटा प्रोटेक्शन रेगुलेशन बनाया था, जो दुनिया के कठिनतम डेटा प्रोटेक्शन कानून में से एक है। भारतीय वित्त मंत्रालय ने भी DeepSeek AI और ChatGPT जैसे एआई टूल्स के इस्तेमाल को लेकर दिशा-निर्देश हाल ही में जारी किए हैं, ताकि यूजर का डेटा सुरक्षित रह सके।
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