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महाकुंभ के मौके पर प्रयागराज में रोजाना बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ बढ़ रही है। हर दिन करोड़ों की संख्या में लोग संगम तट पर पवित्र डुबकी लगा रहे हैं, 10 फरवरी तक कुल 44.74 करोड़ लोगों ने आस्था की डुबकी लगाई है और ये संख्या लगातार बढ़ रही है, जबकि अभी 2 बड़े स्नान बाकी हैं, पहला माघ पूर्णिमा पर और दूसरा महाशिवरात्रि पर। ऐसे में 12 फरवरी को माघ पूर्णिमा का स्नान होना है। ऐसे में आइए जानते हैं कि माघ पूर्णिमा पर कब स्नान करना शुभ है?
कब है माघ पूर्णिमा?
माना जाता है कि माघ पूर्णिमा के दिन संगम तट पर स्नान करने से कई जन्मों के पापों का नाश हो जाता है, साथ ही जातक को मृत्यु पश्चात मोक्ष की प्राप्ति होती है। हिंदू पंचांग के अनुसार 11 फरवरी की शाम 06.55 बजे माघ पूर्णिमा की तिथि लग जाएगी, जो अगले दिन 12 फरवरी की शाम 07.22 बजे तक रहेगी। उदया तिथि की प्रधानता के कारण माघ पूर्णिमा की तिथि 12 तारीख को मनाई जा रही है।
किस समय करना है महाकुंभ में स्नान?
वैसे तो महाकुंभ को अपने-आप में ही बहुत ही पवित्र पर्व के रूप में देखा जा रहा है। कहा जाता है कि महाकुंभ में रात को छोड़ कभी भी स्नान किया जा सकता है। फिर भी एक शुभ तिथि और समय को ज्यादा महत्व दिया जाता है। जानकारी के मुताबिक, 12 फरवरी की सुबह 05.19 बजे से 06.10 बजे तक रहेगा। ऐसे में अमृत काल 05.55 बजे से 07.35 बजे और फिर विजय मुहूर्त दोपहर 2.27 बजे से 03.11 बजे तक रहेगा। ऐसे में इन समयों पर स्नान किया जा सकता है, पर हिंदू धर्म में ब्रह्म मुहूर्त को अधिक शुभ माना गया है, इसलिए कोशिश करें स्नान और दान इसी मुहूर्त में कर लें।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। इंडिया टीवी एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है।)
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