Agency:News18 Bihar
Last Updated:February 11, 2025, 14:03 IST
तबरेज हाशमी मूल्य रूप से किशनगंज के रहने वाले हैं वे बिहार के अलग-अलग हिस्सों में जाते हैं और इस तरह के कार्यक्रम में शिरकत करते हैं.
गजलकार तबरेज हाशमी
हाइलाइट्स
- तबरेज हाशमी की गजलें सुन लोग दीवाने हो जाते हैं.
- सहरसा में उर्दू सेमिनार में तबरेज हाशमी ने शायरी से दिल जीता.
- तबरेज हाशमी किशनगंज के रहने वाले हैं.
सहरसा. ‘मैं तेरे इश्क में एक दिन यह दुनिया छोड़ जाऊंगा मुझे दिल में जगह दे दो मैं तुझ पर जान लुटा दूंगा’, यह लाइन मशहूर गजलकार तबरेज हाशमी की है. तबरेज हाशमी की गजल सुन आप भी उनके दीवाने हो जाएंगे. शायरी बोलने का अंदाज ऐसा है कि एक बार सुनकर लोग खुद को रोक नहीं पाते हैं.
सहरसा के प्रेक्षागृह में जिला उर्दू भाषा कोषांग के द्वारा फरोए ए उर्दू सेमिनार मुशायरा कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें बिहार के अलग-अलग हिस्सों से कई कवि, गजलकार पहुंचे हुए थे. मंच पर जैसे ही तबरेज हाशमी आते हैं तो पहले शायरी बोल लोगों का दिल जीतते हैं फिर गजल गाकर लोगों का मन मोह लेते हैं. तबरेज हाशमी के अल्फाज से निकली हर एक शब्द लोगों को खूब पसंद आता है और खुद को रोक नहीं पाते हैं. तालियों से ऑडिटोरियम गूंज उठता है अधिकारी भी तारीफ करने से अपने आप को रोक नहीं पाते हैं.
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लोकल 18 से खास बातचीत के दौरान तबरेज हाशमी ने बताया कि डायरेक्टर का प्रोग्राम था उर्दू का और बहुत अच्छा लगा यहां बहुत खूबसूरत अंदाज में प्रोग्राम हुआ. यहां सेमिनार भी था और उर्दू का मुशायरा भी था. यूपी और बिहार से अच्छे अच्छे शायर तशरीफ लाए थे. उर्दू इस वक्त बिहार ही नहीं पूरी दुनिया की खूबसूरत जुबान है. कहते है न ‘जज्बात में मुस्कान में आंसू में मिलेगी, हर गुए गुलिस्ता इसी खुशबू में मिलेगी, हरगिज नहीं दुनिया की ज़बानो को मौएस्सर जो सिरी जवानी जवा उर्दू में मिलेगी.’ उर्दू में एक मोहब्बत छिपी हुई होती है जिसे बोलने और सुनने में सभी को अच्छा लगता है.
Location :
Saharsa,Saharsa,Bihar
First Published :
February 11, 2025, 14:03 IST
मिलिए गजलकार तबरेज हाशमी से जिनकी गजल सुन लोग हो जाते हैं दीवाने