दिल्ली विधानसभा चुनाव: दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए आज नतीजों का दिन है। दिल्ली की सभी 70 विधानसभा सीटों के आज नतीजे सामने आ जाएंगे। इस चुनाव में मुख्य मुकाबला आम आदमी पार्टी, बीजेपी और कांग्रेस के बीच है। ऐसे में ओखला सीट पर भी दिलचस्प मुकाबला हो रहा है। यहां से आम आदमी पार्टी ने एक बार फिर अमानतुल्लाह खान को टिकट दिया है। वहीं बीजेपी ने मनीष चौधरी को प्रत्याशी बनाया है, जबकि कांग्रेस ने अरीबा खान को टिकट दिया है। बता दें कि दिल्ली विधानसभा चुनावों के लिए 5 फरवरी को वोटिंग हुई थी।
क्या है इस सीट का इतिहास?
दिल्ली की राजनीति में ओखला विधानसभा सीट अहम मानी जाती है। इस सीट का इतिहास पुराना है। साल 1993 से यहां विधानसभा चुनाव कराए जा रहे हैं। तब परवेज हाशमी ने जनता दल के टिकट पर जीत हासिल की थी। फिर वह कांग्रेस में चले आए और 1998 के चुनाव में भी जीत दर्ज की। 2003 के चुनाव में भी वह कांग्रेस के टिकट पर चुने गए। फिर 2008 के चुनाव से पहले परिसीमन के जरिए सीट की सीमा में बदलाव किया गया। 2008 में परवेज हाशमी ने लगातार चौथी जीत हासिल की। इस बीच, हाशमी राज्यसभा भेज दिए गए जिसकी वजह से यह सीट खाली हो गई और यहां पर उपचुनाव में राष्ट्रीय जनता दल के आसिफ मुहम्मद खान को जीत मिली।
साल 2013 के चुनाव से पहले आसिफ कांग्रेस में शामिल हो गए और जीत भी हासिल की। इस चुनाव में आम आदमी पार्टी की एंट्री हो गई थी, लेकिन वह दूसरे स्थान पर रही। ओखला विधानसभा सीट पर साल 2015 के चुनाव में आम आदमी पार्टी के टिकट पर अमानतुल्लाह खान ने जीत हासिल की। 2013 में वह लोक जनशक्ति पार्टी के टिकट पर उतरे थे और छठे स्थान पर रहे, लेकिन इस बार वह विधायक चुने गए। 2020 में भी अमानतुल्लाह खान ने बड़े अंतर के साथ आम आदमी पार्टी के टिकट पर जीत हासिल की।
कैसा रहा पिछली बार का चुनाव
साल 2020 के विधानसभा चुनाव में ओखला सीट पर आम आदमी पार्टी के अमानतुल्लाह खान को जीत मिली थी। अमानतुल्लाह खान ने बीजेपी के ब्रह्म सिंह को 71,827 मतों के अंतर से हराया था। कांग्रेस के परवेज हाशमी तीसरे स्थान पर रहे थे। 2020 के चुनाव में अमानतुल्लाह खान को 130,367 वोट मिले, जबकि ब्रह्म सिंह के खाते में 58,540 वोट आए थे। परवेज हाशमी को महज 5,123 वोट मिले। इस सीट पर 58.97 फीसदी वोट पड़े थे। यहां पर कुल 3,35,539 मतदाता थे, जिसमें से 1,97,652 वोटर्स ने ही वोट डाले।