सुरक्षा डायग्नोस्टिक के आईपीओ के लिए अकाउंट में पैसे रख लीजिए तैयार। इंटीग्रेटेड डायग्नोस्टिक चेन सुरक्षा डायग्नोस्टिक लिमिटेड ने मंगलवार को अपने 846 करोड़ रुपये के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के लिए 420 रुपये से 441 रुपये प्रति शेयर का प्राइस बैंड तय कर लिया है। कंपनी यह आईपीओ 29 नवंबर को सार्वजनिक सदस्यता (बोली या सब्सक्रिप्शन) के लिए खुलेगा और 3 दिसंबर को बंद हो जाएगा। पीटीआई की खबर के मुताबिक, हालांकि एंकर निवेशकों के लिए बोली 28 नवंबर को एक दिन के लिए खुलेगी।
ये प्रमोटर बेचेंगे शेयर
खबर के मुताबिक, कोलकाता मुख्यालय वाली कंपनी के आईपीओ में प्रमोटरों और निवेशक शेयरधारकों द्वारा मूल्य बैंड के ऊपरी छोर पर 846.25 करोड़ रुपये मूल्य के 19,189,330 इक्विटी शेयरों की बिक्री की पेशकश (ओएफएस) की जाएगी। ओएफएस के तहत प्रमोटर- सोमनाथ चटर्जी, रितु मित्तल, सतीश कुमार वर्मा और निवेशक - ऑर्बिमेड एशिया II मॉरीशस लिमिटेड, मुन्ना लाल केजरीवाल और संतोष कुमार केजरीवाल शेयर बेचेंगे। चूंकि यह इश्यू पूरी तरह से OFS है, इसलिए कंपनी को कोई आय नहीं मिलेगी और सारा फंड बेचने वाले शेयरधारकों के पास जाएगा।
6 दिसंबर को हो सकती है लिस्टिंग
सुरक्षा डायग्नोस्टिक लिमिटेड ने कंपनी के पब्लिक होने के पीछे का मकसद स्टॉक एक्सचेंजों पर इक्विटी शेयरों को सूचीबद्ध करने और बेचने वाले शेयरधारकों के लिए OFS करने का लाभ प्राप्त करना बताया है। खबर के मुताबिक, मूल्य बैंड के ऊपरी छोर पर, कंपनी का बाजार पूंजीकरण लगभग 2,300 करोड़ रुपये है। इक्विटी शेयरों के 6 दिसंबर को बीएसई और एनएसई पर सूचीबद्ध होने की उम्मीद है।
कंपनी का यहां है बिजनेस
सुरक्षा डायग्नोस्टिक अपने व्यापक परिचालन नेटवर्क के माध्यम से अपने ग्राहकों को पैथोलॉजी और रेडियोलॉजी परीक्षण और चिकित्सा परामर्श सेवाओं के लिए वन-स्टॉप एकीकृत समाधान प्रदान करता है, जिसमें 31 मार्च, 2024 तक पश्चिम बंगाल, बिहार, असम और मेघालय में एक प्रमुख केंद्रीय संदर्भ प्रयोगशाला, 8 उपग्रह प्रयोगशालाएँ और 194 ग्राहक टचपॉइंट शामिल हैं, जिनमें 48 डायग्नोस्टिक केंद्र और 146 नमूना संग्रह केंद्र (मुख्य रूप से फ़्रैंचाइज़्ड) शामिल हैं।
35 प्रतिशत खुदरा निवेशकों के लिए है रिजर्व
वित्त वर्ष 2024 के दौरान, इसने लगभग 1.14 मिलियन रोगियों की सेवा करते हुए लगभग 5.98 मिलियन परीक्षण किए। इश्यू का आधा हिस्सा योग्य संस्थागत खरीदारों (क्यूआईबी) के लिए, 35 प्रतिशत खुदरा निवेशकों के लिए और शेष 10 प्रतिशत गैर-संस्थागत निवेशकों के लिए आरक्षित किया गया है। आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज लिमिटेड, नुवामा वेल्थ मैनेजमेंट लिमिटेड और एसबीआई कैपिटल मार्केट्स लिमिटेड इस इश्यू के बुक-रनिंग लीड मैनेजर हैं।