हाइलाइट्स
नंदिनी ने दिल्ली में दूध, दही और घी लॉन्च किया.अमूल और मदर डेयरी से प्रतिस्पर्धा के लिए कम कीमतें.नंदिनी का लक्ष्य 5 साल में कारोबार दोगुना करना.
नई दिल्ली. भारत में दूध उत्पादकों का बाजार हमेशा से प्रतिस्पर्धा का केंद्र रहा है. इसी कड़ी में कर्नाटक मिल्क फेडरेशन (KMF) के नंदिनी ब्रांड ने दिल्ली के बाजार में कदम रख दिया है. 21 नवंबर को शुरुआत दूध, दही और घी से की गई है, बाद में कर्नाटक स्पेशल इडली और डोसा का स्वाद भी परोसने की पूरी प्लानिंग हो चुकी है. नंदिनी का यह कदम दिल्ली के स्थापित ब्रांड्स अमूल और मदर डेयरी के लिए खुले चैलेंज की तरह है. एक आंकड़ा बताता है कि दिल्ली-एनसीआर में अमूल और मदर डेयरी का बोलबाला है. यहां लगभग 80 लाख से 90 लाख लीटर ताजा दूध की खपत होती है. इसमें से 40-45 फीसदी अमूल और 35-38 फीसदी हिस्सेदारी मदर डेयरी की है. नंदिनी के आने के बाद देखना होगा कि दिल्ली के प्रतिस्पर्धी बाजार में क्या यह ब्रांड अपनी जगह बना पाएगा? और अगर बना पाएगा तो कितनी?
वित्त वर्ष 24 में अमूल ने 88,000 करोड़ रुपये का तो मदर डेयरी ने 15,000 करोड़ रुपये का टर्नओवर पाया था. 23,000 करोड़ टर्नओवर वाले कर्नाटक मिल्क फेडरेशन की नजर अमूल के नंबरों पर भी जरूर होगी. बता दें कि नंदिनी पहले से ही कर्नाटक, महाराष्ट्र, गोवा, हैदराबाद, चेन्नई और केरल जैसे राज्यों में लोकप्रिय है. अब राष्ट्रीय राजधानी में भी दूध और दही जैसे उत्पादों के साथ अपनी शुरुआत कर चुका है. दिल्ली में पहले से ही अमूल और मदर डेयरी जैसे प्रमुख ब्रांडों का दबदबा है, जो लगभग 70% बाजार हिस्सेदारी रखते हैं. ऐसे में नंदिनी की एंट्री ने कंपीटिशन में तड़का लगाने जैसा काम किया है. नंदिनी ब्रांड ने अपने प्रोडक्ट्स की कीमतें अमूल और मदर डेयरी की तुलना में थोड़ी कम रखी हैं, ताकि वह उपभोक्ताओं को अपनी ओर आकर्षित कर सके.
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केएमएफ ने अपनी रणनीति स्पष्ट कर दी है. वह अगले पांच वर्षों में अन्य राज्यों जैसे मध्य प्रदेश, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, राजस्थान और पूर्वोत्तर भारत में भी विस्तार करना चाहता है. यह ब्रांड दिल्ली में प्रतिदिन 1 लाख लीटर दूध की बिक्री शुरू करेगा, जिसे जल्द ही 10 लाख लीटर तक बढ़ाने की योजना है.
यह राइवलरी तब भी साफ नजर आई, जब 21 नवंबर को दिल्ली में नंदिनी की लॉन्चिंग के समय कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने अपनी बात कही. एक तरह का ‘युद्ध का बिगुल’ बजाते हुए उन्होंने कहा, ‘यदि आप प्रोडक्शन में गुजरात (अमूल) को हरा नहीं सकते, तो खींचकर उसके आसपास तो पहुंच ही सकते हैं.’
हजारों किलोमीटर दूर क्वालिटी कैसे मैनेज करेगा KMF?
द हिन्दु बिजनेसलाइन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, केएमएफ ने दिल्ली और हरियाणा में दूध की सप्लाई के लिए मांड्या मिल्क यूनियन से 1 लाख लीटर दूध प्रतिदिन भेजने की योजना बनाई है. यह दूरी लगभग 2,500 किलोमीटर है, जिसे पूरा करने के लिए 33 किलोलीटर क्षमता वाले पांच टैंकरों की आवश्यकता होगी. हर हफ्ते 25 टैंकर दूध ढोने में लगाए जाएंगे. राजस्थान में दूध की प्रोसेसिंग होगी और फिर रिटेल पैक्स में दिल्ली-एनसीआर के बाजारों में पहुंचाया जाएगा. दरअसल, अपने इस कदम से नंदिनी ने यह मैसेज देने की कोशिश की है कि वह अपने प्रोडक्ट्स की क्वालिटी और ताजगी के साथ कोई समझौता नहीं करेगा.
5 सालों में कारोबार को दोगुना करने पर नजर
केएमएफ के प्रबंध निदेशक एम.के. जगदीश ने इस बारे में कहा कि नंदिनी अगले 5 वर्षों में अपना कारोबार दोगुना करना चाहती है. नंदिनी के उत्पादों में दूध, दही, घी, और बाद में इडली और डोसा बैटर शामिल होंगे. ब्रांड ने दिल्ली में अपने उत्पादों के वितरण के लिए पहले से एक मजबूत नेटवर्क तैयार किया है. इतना ही नहीं, नंदिनी ने अपने उत्पादों को लोकप्रिय बनाने के लिए अनुभव केंद्र (Experience Centre) और ब्रांड आउटलेट खोलने की योजना बनाई है.
नंदिनी ने जुलाई 2024 में प्रतिदिन 1 करोड़ लीटर दूध कलेक्ट करने का रिकॉर्ड बनाया था. कंपनी ने ऐसा करके अपनी उत्पादन क्षमता का परिचय दिया था. हालांकि, गुजरात को-ऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन (अमूल) अब भी प्रतिदिन 2.6 करोड़ लीटर दूध कलेक्ट करती है, जोकि नंदिनी के मुकाबले तीन गुना है.
अंतरराष्ट्रीय बाजार में नंदिनी
नंदिनी ब्रांड न केवल भारत में, बल्कि मलेशिया, वियतनाम, सिंगापुर, यूएई और अमेरिका जैसे देशों में भी अपनी पहचान बना चुकी है. हाल ही में, ब्रांड ने टी20 वर्ल्ड कप के दौरान एनर्जी ड्रिंक लॉन्च किया और स्कॉटलैंड और आयरलैंड क्रिकेट टीमों को स्पॉन्सर किया.
नंदिनी के उत्पादों की गुणवत्ता पर भरोसा
दिल्ली में ब्रांड के मार्केटिंग प्रमुख एम. रघुनंदन ने कहा कि नंदिनी के उत्पादों की क्वालिटी पर आधारित आत्मविश्वास और आक्रामक वितरण रणनीति इसे उपभोक्ताओं के बीच लोकप्रिय बनाएगी. उन्होंने बताया कि तिरुपति लड्डू विवाद के बाद नंदिनी को लड्डुओं के लिए घी की आपूर्ति का विशेष अनुबंध मिला है, जिससे ब्रांड की प्रतिष्ठा और बढ़ी है.
मदर डेयरी के प्रबंध निदेशक मनीष बंडलिश ने नंदिनी के प्रवेश का स्वागत करते हुए कहा कि संगठित खिलाड़ियों की उपस्थिति से डेयरी उद्योग को और अधिक विकास मिलेगा. दूसरी ओर, अमूल और मदर डेयरी ने अपने वर्षों के अनुभव और बाजार हिस्सेदारी के आधार पर मजबूत प्रतिस्पर्धा की तैयारी कर रखी है.
Tags: Agriculture producers, Retail company
FIRST PUBLISHED :
November 25, 2024, 12:41 IST