Last Updated:February 12, 2025, 16:35 IST
PM Modi Staying astatine Blair House: ब्लेयर हाउस, वॉशिंगटन में स्थित अमेरिकी राष्ट्रपति का आधिकारिक गेस्ट हाउस है, जहां पीएम मोदी 12-13 फरवरी को ठहरेंगे. यह 200 साल पुराना है और इसमें 119 कमरे हैं. ब्लेयर हाउस अमेर...और पढ़ें
![अमेरिकी दौरे में पीएम मोदी ठहरेंगे जिस ब्लेयर हाउस में, जानें उसका इतिहास अमेरिकी दौरे में पीएम मोदी ठहरेंगे जिस ब्लेयर हाउस में, जानें उसका इतिहास](https://images.news18.com/ibnkhabar/uploads/2025/02/New-design-NW18-56-2025-02-703fcd13d81e29d7cd1424ec0ce5d58a.jpg?impolicy=website&width=640&height=480)
ब्लेयर हाउस, वॉशिंगटन में स्थित अमेरिकी राष्ट्रपति का आधिकारिक गेस्ट हाउस है.
हाइलाइट्स
- पीएम मोदी 12-13 फरवरी को ब्लेयर हाउस में ठहरेंगे
- ब्लेयर हाउस 200 साल पुराना और इसमें 119 कमरे हैं
- यह अमेरिकी राष्ट्रपति का आधिकारिक गेस्ट हाउस है
PM Modi Staying astatine Blair House: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 12 और 13 फरवरी को अमेरिका के दौरे पर रहेंगे. पीएम मोदी का यह अमेरिका दौरा काफी महत्वपूर्ण है. इस दौरान पीएम मोदी अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात करेंगे. उम्मीद की जा रही है कि पीएम मोदी अमेरिका में कई महत्वपूर्ण चर्चाओं में भाग लेंगे. पीएम मोदी इस दौरे में प्रेसीडेंट गेस्ट हाउस यानी आलीशान ब्लेयर हाउस में रुकेंगे. इस गेस्ट हाउस में रहने वालों में मुख्य तौर पर सरकारों के प्रमुख होते हैं. चार्ल्स डी गॉल, लेक वाल्सा और रानी एलिजाबेथ द्वितीय और जापान के सम्राट आकाहितो भी यहां ठहर चुके हैं. ब्लेयर हाउस अमेरिका के राजनीतिक, कूटनीतिक और सांस्कृतिक इतिहास का एक अहम हिस्सा रहा है.
ब्लेयर हाउस का इतिहास काफी पुराना है. ब्लेयर हाउस करीब 200 साल पहले बनाया गया था. यह अमेरिकी राष्ट्रपति का ऑफिशियल गेस्ट हाउस है. ब्लेयर हाउस वॉशिंगटन में पेन्सिल्वेनिया एवेन्यू में आइजनहावर एग्जीक्यूटिव ऑफिस के सामने स्थित है. विदेश के गणमान्य व्यक्ति ब्लेयर हाउस में रात्रि विश्राम के लिए आमंत्रित किए जाने को बहुत सम्मान की बात मानते हैं. यह गेस्ट हाउस राष्ट्रपतियों, उप-राष्ट्रपतियों, कैबिनेट सचिवों और ताकतवर कूटनयिकों के उच्च-स्तरीय शिखर सम्मेलनों, रात्रिभोज और स्वागत समारोहों की मेजबानी करता है. इस ब्लेयर हाउस की अहमियत का अंदाजा इस पर भी लगाया जा सकता है कि अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद व्हाइट हाउस जाने से पहले यहीं रुकते हैं.
ये भी पढ़ें- सिख दंगा: क्या था सरस्वती विहार मामला, जिसमें दोषी ठहराए गए कांग्रेस नेता सज्जन कुमार
विदेशी गणमान्य व्यक्ति ब्लेयर हाउस में आमंत्रित होना सम्मान की बात मानते हैं.
क्या है ब्लेयर हाउस का इतिहास
शायद अमेरिकी राष्ट्रपति के आधिकारिक निवास व्हाइट हाउस को छोड़कर वॉशिंगटन में किसी भी घर का ब्लेयर हाउस जैसा लंबा और गरिमापूर्ण इतिहास नहीं है. इसे साल 1824 में अमेरिकी सेना के पहले सर्जन जनरल डॉ. जोसेफ लोवेल के लिए बनाया गया था. 1836 में, इसे प्रमुख समाचार पत्र प्रकाशक फ्रांसिस प्रेस्टन ब्लेयर ने खरीद लिया था, जो एंड्रयू जैक्सन और अब्राहम लिंकन सहित कई राष्ट्रपतियों के सलाहकार थे. उन्होंने इसे ब्लेयर हाउस नाम दिया था. उनके वंशज अगले 100 वर्षों तक वहां रहे. यहां रहने वालों ने 18वीं और 19वीं सदी के अंग्रेजी और अमेरिकी फर्नीचर, चीनी मिट्टी के बर्तन और चांदी के बर्तनों का संग्रह किया. 1858 में, ब्लेयर ने अपनी बेटी, एलिजाबेथ और उसके पति, रियर एडमिरल सैमुअल फिलिप्स ली के लिए बगल में एक घर बनाया, जिसे अब ली हाउस कहा जाता है.
ये भी पढ़ें- Explainer: वायुसेना को मजबूती के लिए अब भी चाहिए कितने जेट, हर स्क्वाड्रन में कितनी कमी
एलेनोर की जिद पर बना गेस्टहाउस
व्हाइट हाउस के आस-पास के घर राष्ट्रपति के गेस्टहाउस बन गए, जिसका श्रेय पूर्व प्रथम महिला एलेनोर रूजवेल्ट को जाता है. इसके बारे में एक कहानी प्रचलित है. एलेनोर रूजवेल्ट ने अपने पति से कहा था कि राष्ट्रपति का एक गेस्ट हाउस होना चाहिए, जिसमें उनके मेहमान ठहर सकें. दरअसल किस्सा यह है कि ब्रिटिश प्रधानमंत्री विंस्टन चर्चिल एक बार व्हाइट हाउस के मेहमान बने. उन्हें अपनी नाइटशर्ट में सिगार पीते हुए उसके हॉल में घूमना अच्छा लगता था. जब एलेनोर रूजवेल्ट तड़के राष्ट्रपति की तलाश में हॉल में आयीं तो उन्हें चर्चिल मिले. प्रथम महिला को यह घटना बहुत नागवार गुजरी.
यह बंगला 200 साल पुराना है और इस पर आज भी वही पुरानी छाप बरकरार है.
ये भी पढ़ें- रामायण कथा: जब हनुमान जी थे ब्रह्मचारी तो कैसे हुआ उनका पुत्र मकरध्वज, जानिए कैसे हुआ संभव
1942 में इसे सरकार ने खरीद लिया
1942 में, फ्रेंकलिन रूजवेल्ट ने राष्ट्रपति के आधिकारिक गेस्टहाउस के रूप में उपयोग करने के लिए ब्लेयर हाउस को उसके सभी ऐतिहासिक साज-सामान के साथ खरीदने की सिफारिश की और कांग्रेस ने इसे मंजूरी दे दी. इसके तुरंत बाद, ली हाउस को भी गेस्टहाउस के रूप में जोड़ा गया. 1960 के दशक में, जैक्सन प्लेस एनडब्ल्यू पर अतिरिक्त दो टाउन हाउस ने परिसर को पूरा किया. इस घर ने कई उद्देश्यों की पूर्ति की. 1948 से 1952 तक राष्ट्रपति हैरी एस. ट्रूमैन और उनका परिवार व्हाइट हाउस के जीर्णोद्धार के दौरान वहां रहा था.
ये भी पढ़ें- Explainer: जनगणना समय पर नहीं होने से क्या-क्या दिक्कतें होती हैं, ये क्यों है जरूरी
इस बंगले में हैं 119 कमरे
ब्लेयर हाउस 119 कमरों का एक आलीशान बंगला है. इसका बिल्डिंग एरिया व्हाइट हाउस से भी बड़ा है. यह पूरा बंगला 70 हजार स्क्वायर फीट एरिया में फैला है. इसमें 14 कमरों को अमेरिकी सरकार के मेहमानों के लिए रिजर्व रखा गया है. ब्लेयर हाउस में कई कांफ्रेंस रूम और सिटिंग रूम हैं. इसके अलावा इसमें 9 स्टाफ बेडरूम, 4 डाइनिंग रूम, 14 गेस्ट बेडरूम, 35 बाथरूम, किचन, लॉन्ड्री, एक्सरसाइज के लिए एक कमरा, एक हेयर सैलून और एक फ्लावर शॉप भी है.
ब्लेयर हाउस के ज्यादातर कमरों की दीवारों पर पूर्व राष्ट्रपतियों के चित्र लगे हुए हैं.
ये भी पढ़ें- क्यों लंबी नहीं चलतीं आंदोलनों से निकली पार्टियां, क्या ‘आप’ का भी होगा असम गण परिषद जैसा हश्र
राष्ट्रपति की मौत पर यहीं आते हैं शोक संदेश
वहीं इससे अलग जब किसी भी अमेरिकी राष्ट्रपति की मौत हो जाती है जो इसी जगह पर उनके परिवार के लिए पूर्व राष्ट्रपतियों, पूर्व प्रथम अमेरिकी महिलाओं, विदेशी नेताओं और उनके करीबियों के फोन आते हैं. ब्लेयर हाउस का गार्डन भी अपने आप में काफी खास है. बताते हैं यहां पर करीब हजारों किस्म के पौधे लगे हुए हैं. चीफ ऑफ प्रोटोकॉल के ऑफिस की जिम्मेदारी होती है कि वह यहां पर आने वाले किसी भी मेहमान का यहां पर आने से पहले इंतजार करे और उनकी हर जरूरत को तुरंत पूरा करे.
Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
February 12, 2025, 16:35 IST