अररिया जिले के ये किसान मछली पालन से करते हैं एक सीजन में 2 लाख रुपए तक की कमाई
दिलखुश कुमार झा/अररिया: जिले के युवा किसान अभदेश कुमार ने पारंपरिक खेती को लाभकारी बनाने के लिए मछली पालन का रास्ता चुना और इसमें सफलता पाई. अभदेश ने एक एकड़ की जमीन में तालाब खुदवाकर मछली पालन शुरू किया, जिससे उनकी सालाना कमाई लाखों में पहुंच गई है.
मछली पालन से लाखों की आमदनी
अभदेश ने बताया कि मछली पालन से न केवल परिवार के लिए समय-समय पर मछली की उपलब्धता रहती है, बल्कि एक सीजन में 1-2 लाख रुपए तक की कमाई भी हो जाती है. उनका कहना है कि दिसंबर से मार्च तक का समय मछली निकालने और बेचने के लिए सबसे बेहतर होता है.
पांच साल पहले की थी शुरुआत
अभदेश ने पांच साल पहले एक एकड़ की जमीन में तालाब खुदवाकर मछली पालन की शुरुआत की. यह उनके लिए एक प्रयोग था, लेकिन पहले ही प्रयास में उन्हें उम्मीद से बेहतर परिणाम मिले. अब उनके तालाब में रोहू, कतला, रेबा और बिग्रेड जैसी मछलियों की प्रजातियां पाई जाती हैं. उनकी मछलियों का वजन कम से कम एक किलो तक होता है, जो स्थानीय व्यापारियों के बीच काफी लोकप्रिय है.
स्थानीय बाजारों में मछलियों की अच्छी मांग
अभदेश की मछलियां अररिया के रानीगंज, बनमनखी, भरगामा, फारबिसगंज जैसे बाजारों में बेची जाती हैं. व्यापारियों को तालाब पर ही मछलियां उपलब्ध कराई जाती हैं, जिससे उनका व्यवसाय स्थानीय बाजारों में अच्छी पहचान बना चुका है.
परंपरागत खेती को लाभकारी बनाने की मिसाल
अभदेश ने पारंपरिक खेती के साथ मछली पालन को जोड़कर अन्य किसानों के लिए एक प्रेरणा पेश की है. यह दिखाता है कि आधुनिक तकनीकों और नवाचार के साथ कृषि को एक लाभकारी व्यवसाय में बदला जा सकता है.
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FIRST PUBLISHED :
November 24, 2024, 17:33 IST