Last Updated:February 08, 2025, 13:30 IST
Delhi Chunav Parinam: जंगपुरा विधानसभा सीट पर चुनाव लड़े मनीष सिसोदिया को बीजेपी उम्मीदवार तरविंदर सिंह मारवा ने हरा दिया. इसके अलावा शकूरपुर बस्ती विधानसभा सीट पर चुनाव लड़े सत्येंद्र जैन को भी बीजेपी उम्मीदवा...और पढ़ें
![अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया... जो गए तिहाड़ जेल, जनता ने बिगाड़ा उनका खेल अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया... जो गए तिहाड़ जेल, जनता ने बिगाड़ा उनका खेल](https://images.news18.com/ibnkhabar/uploads/2025/02/Himachal-Maha-Kumbh-Road-Accident-2025-02-0805ea9e682e084c999775bff3d23054.jpg?impolicy=website&width=640&height=480)
दिल्ली विधानसभा चुनाव में आप के बड़े नेताओं की हार.
नई दिल्लीः दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आ चुके हैं, जिसमें आम आदमी पार्टी के कई दिग्गज चुनाव हार चुके हैं. बीजेपी की इस आंधी में आम आदमी के कई मजबूत पेड़ राजनीतिक मैदान से उखड़ गए हैं और इनका कनेक्शन दिल्ली शराब घोटाला मामले में रहा है और तिहाड़ जेल भी होकर आ चुके हैं. दरअसल, हम बात कर रहे हैं अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन की. नई दिल्ली विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे अरविंद केजरीवाल को बीजेपी उम्मीदावर परवेश वर्मा ने हरा दिया है. वहीं जंगपुरा विधानसभा सीट पर चुनाव लड़े मनीष सिसोदिया को बीजेपी उम्मीदवार तरविंदर सिंह मारवा ने हरा दिया. इसके अलावा शकूरपुर बस्ती विधानसभा सीट पर चुनाव लड़े सत्येंद्र जैन को भी बीजेपी उम्मीदवार करनैल सिंह ने हरा दिया.
बता दें कि दिल्ली शराब घोटाला मामले में केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई ने अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन को गिरफ्तार करके जेल भेजा था. बता दें कि सत्येंद्र जैन करीब 900 दिन तिहाड़ जेल में थे. वहीं मनीष सिसोदिया करीब एक साल तक जेल में रहे. जबकि अरविंद केजरीवाल सबसे कम समय तक तिहाड़ जेल में रहे थे. निर्वाचन आयोग के आंकड़ों के मुताबिक दोपहर एक बजे तक आए रुझानों में भाजपा दिल्ली की 70 में से 48 सीट पर निर्णायक बहुमत की ओर बढ़ती दिख रही है जबकि आप 22 सीट पर सिमटने के कगार पर है. दिल्ली में पांच फरवरी को हुए चुनाव में 1.55 करोड़ पात्र मतदाताओं में से 60.54 प्रतिशत ने मतदान किया था.
भाजपा ने 1993 में दिल्ली में सरकार बनाई थी. उस चुनाव में उसे 49 सीट पर जीत मिली थी. अन्ना आंदोलन से नेता के रूप में उभरे अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी ने 2015 में 67 सीट जीतकर सरकार बनाई और 2020 में 62 सीट जीतकर सत्ता में धमाकेदार वापसी की थी. इसके पहले 2013 के अपने पहले चुनाव में आप ने 31 सीट जीती थीं लेकिन वह सत्ता से दूर रह गई थी. बाद में कांग्रेस के समर्थन से केजरीवाल पहली बार दिल्ली के मुख्यमंत्री बने थे.
First Published :
February 08, 2025, 13:30 IST