Last Updated:January 21, 2025, 13:38 IST
RG Kar News Update: आरजी कर मामले में सोमवार को कोलकाता की निचली अदालत का फैसला आ गया है. कोर्ट ने इस मामले में आरोपी संजय रॉय को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है. वहीं कोर्ट के इस फैसले से पीड़िता के माता-पिता खु...और पढ़ें
कोलकाता. आरजी कर अस्पताल की ट्रेनी डॉक्टर का रेप और मर्डर करने वाले आरोपी संजय रॉय को आजीवन उम्रकैद की सजा सुनाई है. पर अस्पताल का वह हिस्सा जहां ट्रेनी डॉक्टर का रेप और मर्डर हुआ था वहां पर क्या कोई आम आदमी जा सकता है. आपको बता दें कि कोलकाता बलात्कार और मर्डर केस के फैसले वाले दिन चेस्ट मेडिसिन विभाग, जहां 9 अगस्त को 31 वर्षीय पीजीटी की हत्या की गई थी उसको आम लोगों के लिए बंद था. अस्पताल के क्राइम सीन वाले हिस्से यानी सेमिनार हॉल वाले विभाग को पुलिस ने सील कर रखा है और वहां पर एंट्री पर बैन है.
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, जब वह अस्पताल पहुंचा तो उनसे पूछा क्या आप पीजीटी हैं? कृपया मुझे अपना आईडी कार्ड दिखाएं, अस्पताल के सुरक्षा गार्ड ने विभाग के एंट्री प्वाइंट पर उनसे पूछा. चेस्ट मेडिसिन विभाग, जिसमें क्राइम सीन है, अभी भी सुरक्षित है. हालांकि, आपातकालीन भवन की तीसरी मंजिल पर गैस्ट्रोएंटरोलॉजी और डायलिसिस यूनिट के प्रवेश द्वार पर सुरक्षा नहीं थी.
कोर्ट के फैसले के बाद वॉर्ड में हो रही थी क्या चर्चा?
ट्रेनी डॉक्टर से रेप और मर्डर केस के फैसले वाले दिन यानी सोमवार को विभाग के सहकर्मी और सीनियर डॉक्टर वॉर्ड में एडमिट 26 मरीजों की देखभाल में व्यस्त थे. कोर्ट का फैसला आने के बाद वार्डों में उमक्रैद की सजा पर ही चर्चा होनी शुरू हो गई. डॉक्टरों का कहना था कि हम इस तरह की घटिया जांच से खुश नहीं हैं. हम अब तक दोषी ठहराए गए अपराधी के लिए मौत की सजा की उम्मीद कर रहे थे, लेकिन इस तरह के जघन्य अपराध के लिए आजीवन कारावास एक सदमा है.
क्या बोला पीड़िता का दोस्त
पीड़िता के एक सहयोगी ने कहा, जो सोमवार को सियालदह अदालत द्वारा सजा सुनाए जाने के समय ड्यूटी पर था. मेडिकल कॉलेज के अन्य सभी विभागों में जहां सामान्य स्थिति बहाल हो गई है. वहीं चेस्ट मेडिसिन विभाग को उबरने में संघर्ष करना पड़ रहा है. कड़ी सुरक्षा व्यवस्था, अस्पताल आने वाले मरीजों की जांच और सीलबंद सेमिनार हॉल में लगातार सहकर्मियों को क्राइम की याद दिलाता है. सोमवार को ड्यूटी पर होने के बावजूद अदालती कार्यवाही का पालन करने वाले एक अन्य सहयोगी ने कहा कि हम अब अपराध के बारे में ज्यादा चर्चा नहीं करते हैं, लेकिन इस तरह के क्रूर अपराध में एक सहकर्मी को खोने का दर्द हम सभी में गहरा है. हमें उम्मीद है कि अपराध में शामिल आखिरी व्यक्ति के पकड़े जाने और उसके खिलाफ मामला दर्ज किए जाने तक जांच जारी रहेगी.
एक अन्य दोस्त ने बताया कि 80 से अधिक बिस्तरों वाले चेस्ट मेडिसिन विभाग में मरीजों की संख्या 9 अगस्त के बाद घटकर चार से पांच रह गई है. तुलनात्मक रूप से खाली वार्ड, जो घटना से पहले मरीजों से गुलजार रहते थे वह भी लगातार अपराध की याद दिलाते हैं लेकिन जैसे-जैसे मरीजों की संख्या धीरे-धीरे बढ़ रही है, हम अपने घावों को भरने की भी कोशिश कर रहे हैं.
Location :
Kolkata,West Bengal
First Published :
January 21, 2025, 13:38 IST
आरजी कर रेप केस में फैसला तो आ गया, पर क्राइम सीन का क्या है हाल? आपको पता है