Agency:News18 Bihar
Last Updated:February 07, 2025, 16:53 IST
पटना जिले के मोकामा से मुंगेर के बीच ग्रीनफील्ड फोरलेन सड़क का निर्माण किया जाना है. करीब 81 किमी लंबी यह सड़क तीन जिलों के 89 गांवों से होकर गुजरेगी. इस सड़क के बन जाने से इससे इन गांवों की जमीनों का रेट भी लं...और पढ़ें
बक्सर से मिर्जाचौकी तक 410 किमी लंबी सड़क का निर्माण
हाइलाइट्स
- मोकामा-मुंगेर ग्रीनफील्ड सड़क 81 किमी लंबी होगी.
- सड़क पटना, लखीसराय और मुंगेर जिलों से गुजरेगी.
- सड़क बनने से गांवों की जमीन कीमतें बढ़ेंगी.
पटना. पटना, लखीसराय और मुंगेर जिलों के रहने वाले लोगों को जल्द ही ग्रीनफील्ड फोरलेन सड़क की सौगात मिलने वाली है. केंद्र सरकार ने इस परियोजना के लिए जमीन अधिग्रहण की हरी झंडी दे दी है. जल्द ही जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू होगी. आपको बता दें कि पटना जिले के मोकामा से मुंगेर के बीच ग्रीनफील्ड फोरलेन सड़क का निर्माण किया जाना है. करीब 81 किमी लंबी यह सड़क तीन जिलों के 89 गांवों से होकर गुजरेगी. इस सड़क के बन जाने से इन गांवों की जमीनों का रेट भी लंबी छलांग लगाने वाली है.
कुल 410 किमी लंबी सड़क का है हिस्सा
मोकामा – मुंगेर ग्रीनफील्ड चार लेन वाली सड़क बक्सर से मिर्जा चौकी के बीच प्रस्तावित फोरलेन एक्सप्रेस-वे का हिस्सा है. इसमें बक्सर से पटना तक की लंबाई 120 किमी है. इसमें दानापुर-बिहटा एलिवेटेड रोड निर्माण की प्रक्रिया भी चल रही है. इसके बाद पटना से मोकामा तक की लंबाई करीब 85 किमी है. इसका निर्माण लगभग पूरा है. इसके आगे मोकामा से मुंगेर तक 81 किमी लंबाई में निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. इसी का जमीन अधिग्रहण करना है. उधर, मुंगेर-भागलपुर-मिर्जा चौकी फोरलेन एनएच 124 किमी लंबाई वाली सड़क का निर्माण सितंबर 2025 तक पूरा होने का लक्ष्य रखा गया है. इस तरह कई हिस्सों में बक्सर से मिर्जा चौकी तक 410 किमी लंबाई वाले एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य चल रहा है.
यहां से गुजरेगी सड़क
वर्तमान में जिस मोकामा – मुंगेर ग्रीनफील्ड चार लेन वाली सड़क के जमीन अधिग्रहण के लिए मंजूरी मिली है, वो पटना में 8.4 किमी होगी. इस दौरान घोसवरी तालुक में तीन गांव फिर मोकामा तालुक में तीन गांव से गुजरेगी. इसके बाद लखीसराय में कुल 57.9 किमी होगी. इसके तहत बरहिया तालुक में 11 गांव, पिपरिया में चार, सूरजगढ़ा में 26, लखीसराय में 17 और चानन तालुक में नौ गांव होते हुए आगे बढ़ेगी. इसी तरह, मुंगेर में यह सड़क 14.7 किमी तक होगी, जिसमें जमालपुर तालुक में 14 और धरहरा तालुक में दो गांव से होते हुए गुजरेगी.
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क्या होती है ग्रीनफील्ड सड़क
ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे हरे मैदानों या खेतों के बीच से निकाला जाता है. यहां भूमि अधिग्रहण आसान होता है. जमीन समतल होती है और शहर से थोड़ा दूर होने के कारण भीड़-भाड़ भी कम होती है. इसलिए इन एक्सप्रेस-वे को बनाना और फिर यहां उच्च गति पर वाहन का परिचालन करना आसान होता है. ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे को शहरों के बीच से कम ही निकाला जाता है. इसलिए ग्रीनफील्ड सड़क में घुमाव और मोड़ काफी कम होते हैं. एक्सप्रेस-वे पर यह स्पीड 120 किलोमीटर प्रति घंटा हो सकती है.
First Published :
February 07, 2025, 16:53 IST