Agency:News18 Rajasthan
Last Updated:January 24, 2025, 09:03 IST
Sirohi News : रासायनिक खाद और पेस्टीसाइड जमीन को लंबे समय में भूमि का उपजाऊपन कम होने के साथ सब्जियों का सेवन करने वालों पर भी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. इन सब नुकसान से बचाव के लिए किसान को देशी खाद या गोबर...और पढ़ें
सिरोही : खेतों में फसल उत्पादन बढाने के लिए कई प्रकार के रासायनिक खाद और कीटनाशक का उपयोग किया जाता है. ये खाद और पेस्टीसाइड जमीन को लंबे समय में भूमि का उपजाऊपन कम होने के साथ सब्जियों का सेवन करने वालों पर भी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. इन सब नुकसान से बचाव के लिए किसान को देशी खाद या गोबर खाद का उपयोग करना चाहिए. गोबर खाद फसल और खेत के लिए अमृत से कम नहीं है. आज हम आपको गोबर खाद के फायदें बताएंगे.
फसल और मिट्टी दोनों के लिए गोबर खाद फायदेमंद
पिछले कई वर्षों से गोबर खाद का उपयोग कर खेती कर रहे सिरोही जिले के प्रगतिशील किसान बीके ललनभाई ने लोकल-18 को बताया कि गोबर से तैयार खाद मिट्टी और फसल दोनों के लिए काफी फायदेमंद होती है. गोबर की खाद मिट्टी के कटाव को कम करती है. इसका उयोग करने से मिट्टी में वायु का संचार बढ़ता है. साथ ही मिट्टी में कार्बनिक पदार्थ और अन्य पोषक तत्वों की मात्रा भी बढ़ती है.
मिट्टी के लिए लाभदायक जीवाणु भी गोबर खाद से बढ़ जाते हैं. गोबर खाद का उपयोग करने से मिट्टी की पानी रोकने और पानी सोखने की क्षमता भी बढ़ जाती है. जो फसल उत्पादन और खेत की सेहत के लिए भी फायदेमंद होते हैं.
ऐसे तैयार करें गोबर की खाद
उन्नत ललनभाई ने बताया कि गोबर, गोमूत्र को बड़े कंटेनर में मिलाकर इसमें गुड़, छाछ और मिट्टी मिलाई जाती है. अब इस मिक्सर में एक से दो लीटर पानी डालकर 20 से 30 दिनों के लिए ढककर किसी छायादार जगह पर रख दिया जाता है. इसके बाद इसका खेती में बुवाई से पहले उर्वरक के तौर पर उपयोग किया जा सकता है. फसल की बुवाई से करीब 3-4 हफ्ते पहले इसका उपयोग लाभदायक होता है. गोबर खाद को नम मिट्टी में मिलाना चाहिए.
Location :
Sirohi,Rajasthan
First Published :
January 24, 2025, 09:03 IST
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