महाराष्ट्र में चुनाव को खत्म हुए महीनों बीत चुके हैं लेकिन राजनीतिक दलों की ओर से अब तक एक दूसरे पर तीखी बयानबाजी का दौर जारी है। एक ओर उद्धव ठाकरे ने महायुति सरकार पर 'गद्दार' कह कर निशाना साधा है तो वहीं अब महाराष्ट्र भाजपा के अध्यक्ष और राज्य सरकार में मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने भी उद्धव को जवाब दिया है। बावनकुले ने तो उद्धव ठाकरे को 'बिना दिमाग वाले नेता' तक कह दिया है।
क्या बोले बावनकुले?
उद्धव ठाकरे द्वारा केंद्रीय मंत्री अमित शाह पर की गई टिप्पणी पर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एवं महाराष्ट्र के मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने नागपुर में कहा कि उद्धव ठाकरे बिना दिमाग वाले नेता हैं। जनमानस मे प्रतिष्ठा मलीन होने के बावजूद भी ये ठीक नहीं हो रहे हैं। एक नेता के पास से 13 सांसद 50 विधायक निकल जाते हैं, तभी भी वह जागता नहीं है। उनके नेतृत्व कोई मान्य करने को तैयार नहीं है, इसलिए सांसद और विधायक छोड़कर चले गए। सांसद और विधायकों से संपर्क जीवन भर कभी नहीं रहा, इसलिए वो लोग उन्हें छोड़कर शिंदे जी के पास चले गए, उनके लोग उनको छोड़कर चले गए और पीएम मोदी, अमित शाह और भारतीय जनता पार्टी पर टिप्पणी कर रहे हैं। उन्हें आत्म परीक्षण करना चाहिए कि उनसे कहां चूक हुई। यदि उन्होंने विधायक सांसदों पर ध्यान दिया रहता तो यह स्थिति महाराष्ट्र में नहीं रहती।
गद्दारी शब्द पर बावनकुले का जवाब
बावनकुले ने उद्धव पर निशाना साधते हुए कहा- "रहा प्रश्न 2021 की गद्दारी का को उनकी तरफ से गद्दारी हुई। वह भारतीय जनता पार्टी के साथ जीत के आए। उन्होंने शुरुआत की गद्दारी की। अगर उद्धव ने बीजेपी से गद्दारी नहीं की होती तो महाराष्ट्र का अलग चित्र होता। महाराष्ट्र का समय और मीडिया का समय लेने से अच्छा है कि अच्छे विरोधी पक्ष की तरह काम करें। उद्धव ठाकरे निराश हैं, अभी भी सुधारे नहीं हैं। अमित शाह पर टिप्पणी करना, देवेंद्र फडणवीस पर टिप्पणी करना, हमारे पार्टी पर टिप्पणी करना, उससे कुछ फायदा नहीं है। इससे भी खराब स्थिति होगी। हमारा और भी जनमत बढ़ेगा, उनका जनमत काम होगा। सभी घटना के लिए वो जवाबदार हैं। महाराष्ट्र की जनता उनसे उब चुकी है। महाराष्ट्र की जनता उनके बोलने से तंग आ चुकी है। पीएम मोदी, सीएम देवेंद्र फडणवीस की डबल इंजन की सरकार महाराष्ट्र के विकास के लिए काम कर रही है। उद्धव ठाकरे उस मानसिकता से बाहर निकलें, महाराष्ट्र के विकास के लिए चार अच्छे काम करें।"