Last Updated:January 24, 2025, 12:14 IST
Dalit Groom News: गुजरात के अहमदाबाद में आखिर एक गांव के युवक ने जिसकी शादी कुछ दिनों में होने वाली है उसने पुलिस सुरक्षा की गुहार क्यों लगाई है. उसको लग रहा है कि उसकी बारात में कुछ गड़बड़ हो सकती है इसलिए उसे...और पढ़ें
हाइलाइट्स
- दूल्हे ने बारात के लिए पुलिस सुरक्षा मांगी।
- गांव में पहली बार दलित दूल्हा घोड़ी चढ़ेगा।
- दूल्हे को बारात में हिंसा की आशंका है।
अहमदाबाद. शादी से पहले गुजरात के अहमदाबाद में रहने वाला एक दूल्हा बुरी तरह से घबरा गया है. उसे शक है कि उसकी बारात में कुछ गड़बड़ हो सकती है इसलिए सुरक्षा की मांग को लेकर वह पुलिस के दरवाजे पर पहुंचा है. होने वाले दूल्हे का कहना है कि उसकी शादी 6 फरवरी को होनी है. उसे घोड़ी पर चढ़ना है और उनके समुदाय के लिए गांव में ऐसा पहली बार होगा कि कोई दूल्हा घोड़ी चढ़ेगा.
बनासकांठा के पालनपुर तालुका के गडलवाड़ा गांव के एक अनुसूचित जाति के दूल्हे ने अपनी शादी की बारात के लिए पुलिस सुरक्षा की मांग की है. यह बारात 6 फरवरी को निकाली जाएगी, जिसमें वह घोड़ी पर सवार होगा. यह उनके समुदाय के लिए गांव में पहली बार होगा. दूल्हा मुकेश पारेचा, जो एक वकील हैं. उन्होंने अपने आवेदन में उल्लेख किया कि पास के गांवों में दलित शादियों की बारातों के दौरान ऊंची जाति के समूहों द्वारा हिंसा की घटनाएं हुई हैं.
गांव में पहले कभी बारात नहीं निकली
दूल्हे ने बताया कि गडलवाड़ा में अनुसूचित जाति के सदस्यों ने पहले कभी बारात नहीं निकाली है, जिससे यह आयोजन विशेष रूप से महत्वपूर्ण हो जाता है. दूल्हे ने अपने आवेदन में कहा है कि हमारे समुदाय में यह कदम उठाने वाले हम पहले हैं, लेकिन विरोध और हिंसा की संभावना बहुत वास्तविक हैं. शादी 6 फरवरी को सुबह 9:30 बजे दूल्हे के फार्महाउस से गांव तक बारात के साथ होगी. बनासकांठा एसपी को दिए गए अपने आवेदन में पारेचा ने बताया कि सरिपाडा और मोटागाम जैसे गांवों में दलित बारातों पर हमले हुए हैं, जो गढ़ पुलिस स्टेशन के अंतर्गत आते हैं और 1-13 किमी की दूरी पर हैं.
दूल्हे ने क्या कहा?
दूल्हे ने कहा है कि यह कोई काल्पनिक अनुरोध नहीं है, बल्कि वास्तविकता पर आधारित है. बिना पुलिस सुरक्षा के कोई अप्रिय घटना होना निश्चित है. पारेचा ने अपने आवेदन में कहा कि स्थानीय दलित नेताओं ने अपना समर्थन जताया है. कांग्रेस विधायक और दलित नेता जिग्नेश मेवानी ने कहा है कि यह हमारे समाज की स्थिति को दर्शाता है. यह गुजरात में दलितों की स्थिति के बारे में भी बताता है. पारेचा का गांव मेरे निर्वाचन क्षेत्र वडगाम में आता है, जो बनासकांठा में है. एक अत्याचार-प्रवण क्षेत्र में आता है. इस मामले में एसपी को तुरंत हस्तक्षेप करना चाहिए और पुलिस सुरक्षा प्रदान करने में मदद करनी चाहिए.
First Published :
January 24, 2025, 12:14 IST