यह DEO ज्योतिषी बन शिक्षकों का भविष्य बताते-बताते बने मालामाल, RAID पड़ी तो..

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Agency:News18 Bihar

Last Updated:January 24, 2025, 15:17 IST

डीईओ रहते हुए रजनीकांत प्रवीण छह पार्टनर के साथ मिलकर जिला परिषद मार्केट में सुक्कु स्वीट्स नाम से दुकान खोले थे, जिसको लेकर वे खूब चर्चा में रहे थे. इतना ही नहीं, मिठाई की दुकान के जो पार्टनर थे, वो शिक्षा विभ...और पढ़ें

यह DEO ज्योतिषी बन शिक्षकों का भविष्य बताते-बताते बने मालामाल, RAID पड़ी तो..

डीईओ रजनीकांत प्रवीण 

बेगूसराय:- बेगूसराय बस नाम ही काफी है. पैसे कमाने की अगर चाहत सरकारी सिस्टम में रहकर हो, तो अपना ट्रांसफर बेगूसराय करवा लीजिए. यहां आपके पार्टनर भी मिल जाएंगे. 20 जुलाई 2020 से जनवरी 2022 तक डीईओ रह चुके रजनीकांत प्रवीण को रिश्वत का पैसा मिठाई के डब्बे में भरकर भी लेने में रिस्क था, तो मिठाई की दुकान ही खोल डाली थी.

शिक्षा विभाग के सूत्रों के मुताबिक, डीईओ रहते हुए रजनीकांत प्रवीण छह पार्टनर के साथ मिलकर जिला परिषद मार्केट में सुक्कु स्वीट्स नाम से दुकान खोले थे, जिसको लेकर वे खूब चर्चा में रहे थे. इतना ही नहीं, मिठाई की दुकान के जो पार्टनर थे, वो शिक्षा विभाग के मास्टरमाइंड एजेंट बने हुए थे. यहां शिक्षक ग्राहक बनकर मिठाई खाने के लिए आते थे और इस दौरान मिठाई दुकानदार जिले में उनकी ट्रांसफर पोस्टिंग, सैलरी रूकवाना सहित अन्य कार्यों का टीका लेते थे.

जिला परिषद मार्केट में ज्योतिष भी थे डीईओ
‘आधी हकीकत आधा फसाना’ शब्दों का अगर प्रयोग किया जाए, तो बेगूसराय के डीईओ रहे रजनीकांत प्रवीण पर ठीक बैठती है. बेगूसराय में जिला परिषद मार्केट के पहली मंजिल पर ज्योतिष केन्द्र खोलने वाले डीईओ रजनीकांत प्रवीण और उनके एजेंट ज्योतिष धंधा भी चला चुके हैं. शिक्षा विभाग के सूत्र बताते हैं कि उनके यहां हाथ दिखाने वाले गुरु जी को मनचाहा फल की प्राप्ति होती थी. समझने वाली बात यह है कि शिक्षक या शिक्षिका ट्रांसफर पोस्टिंग, वेतन रूकवाने, स्कूल में बिना पढ़ाए वेतन लेने सहित विभिन्न मनोकामनाओं को लेकर पहुंचते थे. हाथ दिखाने के बाद ज्योतिष अधिकारी को कितना रिश्वत देना है, भाग्य की कुंडली का तर्क देकर बता देते थे, जिससे मनचाहे फल की प्राप्ति होती थी.

बेगूसराय में चर्चे के मुताबिक, डीईओ के साथ ही वो ज्योतिषाचार्य और व्यवसायी भी थे. इतना ही नहीं, वे खाने के भी शौकीन थे. वे अपने सारे फैसले खुद लेते थे. इससे उनके कार्यालय फील्ड में दही, चूरा, मिठाई खूब पहुंचती थी. बताया जाता है कि उनकी पैठ जिले के नेता विधायक, राजनीतिक से जुड़े लोगों से खूब रहती थी. बेगूसराय में कार्यकाल के दौरान उनका पलंग काफी चर्चा में रहा था. पांच लाख से अधिक की कीमत वाला पलंग खूब वायरल हुआ था. सूत्रों की मानें, तो इसी पलंग में रुपया भी बरामद हुआ है.

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बेगूसराय में आज भी चल रहा नेटवर्क
कार्रवाई के बाद जो बात सामने आई है, उसके मुताबिक रजनीकांत प्रवीण और उनके परिवार के सदस्यों के नाम पर पटना, बेगूसराय, दरभंगा, मधुबनी और मुजफ्फरपुर में कई जमीन और फ्लैट हैं, जिनकी कीमत लगभग 3 करोड़ रुपए है. रजनीकांत प्रवीण और उनकी पत्नी ने अपनी सेवा अवधि के दौरान कानूनी स्रोतों से लगभग ढ़ाई करोड़ रुपये की कमाई की है. बेगूसराय में शिक्षक नाम नहीं छापने के शर्त पर बताते हैं कि आज भी इनका नेटवर्क बेगूसराय में काम कर रहा है.

ट्रांसफर, पोस्टिंग, शिक्षक वेतन रिलीज करवाने सहित प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के मैनेजमेंट टीम का हिस्सा बने हुए हैं. देखना यह हुआ कि बेगूसराय जिला अधिकारी इनके नेटवर्क पर कार्रवाई करने में कितनी सफलता प्राप्त करते हैं. इतना ही नहीं, बेगूसराय के प्रखंडों में कार्यरत प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी पर अगर कार्रवाई हुई, तो भी बड़ा खुलासा हो सकता है.

Location :

Begusarai,Bihar

First Published :

January 24, 2025, 15:17 IST

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