Agency:News18 Uttar Pradesh
Last Updated:January 24, 2025, 15:05 IST
यहां हाथी के दांत से बने फर्नीचर रखी गई है जो सुचमुच एक अद्भूत कलाकारी है. संग्रहालय में विभिन्न रूपों में हाथी दांत की नक्काशी के महत्वपूर्ण उदाहरण हैं
सलार जंग संग्रहालय
हैदराबाद: शहर में बहुत सी ऐतिहासिक किला, इमारतें हैं जो पर्यटकों को अपनी तरफ आकर्षित करती हैं. ऐसी एक जगह है जो भारत के मुख्य संग्रहालयों में से एक है. हैदराबाद शहर का प्रसिद्ध सलार जंग संग्रहालय लोगों को खूब पसन्द आता है, क्योंकि यहां भारतीय कला, मध्य पूर्वी कला, ईस्टर्न कला, यूरोपीय कला में वर्गीकृत है. इसके अलावा एक संस्थापक गैलरी बनाई गई है जो सालार जंग परिवार को समर्पित है.
हाथी के दांत से बने वस्तु
लोकल 18 की ग्राउंड रिर्पोट में हाथी के दांत हाउस में उसके कर्मचारी बताते हैं कि यहां जो भी चीज़े रखी गई हैं वो हाथी के दांत से बने हुए हैं. यहां हाथी के दांत से बने फर्नीचर रखी गई है जो सुचमुच एक अद्भूत कलाकारी है. संग्रहालय में विभिन्न रूपों में हाथी दांत की नक्काशी के महत्वपूर्ण उदाहरण हैं, जैसे कि चटाई, लैंप, खंजर के हैंडल, शतरंज और चौसर. शतरंज और चौसर दिलचस्प तत्व हैं, प्यादों को सैनिकों के रूप में दर्शाया गया है, जबकि राजा और रानी हाथियों पर सवार हैं. ये चित्रित टुकड़े उत्तर भारत के हैं. यहां लुईस द्वारा टीपू सुल्तान को उपहार में दी गई हाथी दांत की नक्काशीदार कुर्सी भी है. कुर्सी का पिछला हिस्सा एक बढ़िया जालीदार पैटर्न वाला है और आर्मरेस्ट पर शेर के सिर की नक्काशी की गई है.
हाथी के दांत से बनी चटाई
यहां रामपुर, उत्तर प्रदेश के 19वीं शताब्दी के कलाकारी का एक अहम हिस्सा है, जो सलार जंग संग्रहालय में रखा गया है. ये चटाई हाथी के दांत से बनाई गई है, जो लोगों को आश्चर्यचकित कर देती है.
कैसे पहुंचे सलार जंग संग्रहालय
ये संग्रहालय हैदराबाद शहर के चारमीनार करीब दारुल शिफा में स्थित है. यहां जाने के लिए बस और ऑटो से आसानी से पहुंच सकते है. यहां बच्चो के लिए 20 रूपए और 18 वर्ष से ऊपर के लिए 50 रुपए का टिकट है. आप सुबह 10 से शाम 5 बजे तक यहां जा सकते हैं.
Location :
Hyderabad,Hyderabad,Telangana
First Published :
January 24, 2025, 15:05 IST