Agency:News18 Uttarakhand
Last Updated:February 03, 2025, 08:23 IST
Bageshwar: पहाड़ों में मिलने वाली बहुत सी जड़ी बूटियों में से एक है बालजड़ी. अपने नाम के मुताबिक ही ये बालों की सेहत के लिए अच्छी मानी जाती है. इसके साथ ही इसका इस्तेमाल कई और समस्याओं में भी किया जाता है.
बालजड़ी के फायदे
हाइलाइट्स
- बालजड़ी बालों की ग्रोथ और शाइन बढ़ाने में मददगार है.
- बालजड़ी का तेल डैंड्रफ से छुटकारा दिलाने में भी सहायक है.
- बालजड़ी का उपयोग आयुर्वेदिक तेल और फूड कलरिंग में भी होता है.
बागेश्वर: उत्तराखंड के बागेश्वर में जड़ी-बूटी का अच्छा उत्पादन होता है. यहां अनेकों प्रकार की जड़ी-बूटियां उगाई और बेची जाती हैं. इन्हीं में से एक जड़ी-बूटी बलाजड़ी भी है. जिसे बालों के स्वास्थ्य के लिए बेहतरीन माना गया है. बालजड़ी उत्तराखंड के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में उगती है. इसके पेड़ की जड़ों से बालजड़ी निकाली जाती है. बालजड़ी हेयर ग्रोथ को बढ़ाने में मददगार है. बालों को लंबे समय तक शाइनी रखती है. बागेश्वर की सरस मार्केट में बालजड़ी आसानी से मिल जाती है. इन दिनों बालजड़ी को 30 रुपए तोला के हिसाब से बेचा जा रहा है.
बेशकीमती है बालजड़ी
दारमा से बागेश्वर व्यापार करने आई व्यापारी कमला देवी ने लोकल 18 को बताया कि बालजड़ी बहुत की बेशकीमती जड़ी-बूटी है. जिसे बड़ी मेहनत के बाद बाजारों तक लाया जाता है. बागेश्वर में बालजड़ी की लोग खूब डिमांड करते हैं. ये बालों के लिए वरदान है. ये बालों को घना, शाईनी और स्वस्थ रखने में मदद करती है. इसका पहाड़ में पुराने समय से ही प्रयोग होता आ रहा है.
कैसे करते हैं इस्तेमाल
बालजड़ी को बालों में लगाने से पहले इसे सरसों के तेल में भिगाया जाता है. जब सरसों के तेल का रंग लाल हो जाएं तब इस तेल को बालों में लगाया जाता है. तेल को रातभर भी बालों में लगाया जा सकता है. आप चाहें तो इसे आधा घंटा अपने बालों में लगाकर हेयर वॉश भी कर सकते हैं. बालों की अच्छी ग्रोथ के लिए इसके तेल को हफ्ते में दो बार यूज कर सकते हैं. इसके तेल को बालों में लगाने से बाल शाईनी हो जाते हैं और बालों की ग्रोथ भी अच्छी हो जाती है. ये डैंड्रफ से छुटकारा दिलाने में भी मदद करता है.
और चीजों में भी होता है इस्तेमाल
आयुर्वेद के अनुसार बालजड़ी को एक शुद्ध आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी माना गया है. इसका कई प्रकार के आयुर्वेदिक तेल और प्रोडेक्ट बनाने में भी यूज होता है. उच्च हिमालयी क्षेत्रों में इसे केवल बालों के लिए ही नहीं बल्कि बुखार, गले में दर्द, जीभ में इंफेक्शन होने पर भी प्रयोग में लाया जाता है. इसका प्रयोग मेडिसिन के अलावा फूड कलरिंग के लिए भी किया जाता है. यूरोपीय देशों में नैचुरल रेड फूड कलर के लिए बालजड़ी का प्रयोग किया जाता है. इसके पौधे के हर भाग में एंटी-आक्सीडेंट प्रचुर मात्रा में पाया जाता है. इसलिए इस जड़ी-बूटी को इतना गुणकारी माना गया है.
Location :
Bageshwar,Uttarakhand
First Published :
February 03, 2025, 08:23 IST
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