Agency:News18 Bihar
Last Updated:February 02, 2025, 11:24 IST
Basant Panchami 2025 : ज्योतिषाचार्य के अनुसार सबसे पहले तो आप जान लें कि सरस्वती पूजन का शुभ मुहूर्त कब तक है. 3 फरवरी सुबह 9:49 तक का ही है क्योंकि 3 फरवरी को 9:49 बजे तक ही पंचमी तिथि रहेगी.
Darbhanga
हाइलाइट्स
- सरस्वती पूजन का शुभ मुहूर्त 3 फरवरी सुबह 9:49 तक है.
- कंपटीशन की तैयारी कर रहे छात्र सरस्वती स्रोत का पाठ करें.
- खोरचो उपचार विधि से पूजन करने से विद्या पिटारा खुलेगा.
दरभंगा : आज 2 फरवरी, रविवार को वसंतपंचमी है. आज के दिन मां सरस्वती की पूजा की जाती है. आज का दिन पढ़ने वाले छात्रों के लिए काफी खास होता है. इस दिन छात्र विद्या की देवी मां सरस्वती का पूजन करते हैं. अगर आप भी मां सरस्वती की पूजा ज्योतिषाचार्य के बताए गए नियमानुसार करते हैं तो आपको सफलता निश्चित रूप से मिलेगी. इसमें ज्योतिषाचार्य के अनुसार सबसे पहले तो आप जान लें कि सरस्वती पूजन का शुभ मुहूर्त कब तक है. 3 फरवरी सुबह 9:49 तक का ही है क्योंकि 3 फरवरी को 9:49 बजे तक ही पंचमी तिथि रहेगा.
कंपटीशन की तैयारी कर रहे छात्रों को सरस्वती स्रोत का पाठ करना चाहिए. उन्हें तरक्की की राह पर अग्रसर करेगा. साथ में खोरचो उपचार विधि से पूजन करने से विद्या पिटारा का पिटारा खुलेगा. इस पर विशेष जानकारी देते हुए कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर ज्योतिष विभाग के विभागअध्यक्ष डॉक्टर कुणाल कुमार झा बताते हैं कि वसंत पंचमी में सरस्वती पूजन का विधान है मिथिलांचल में यहां हल पूजन भी किया जाता है.
इसमें पंचमी तिथि प्रातः 9:49 बजे तक रहेगी. इसके पहले ही सरस्वती पूजन का संकल्प करना लाभकारी होगा. सरस्वती पूजा छात्रों के लिए काफी उपयोगी होता है कहा गया है कि अध्ययन ही विद्यार्थियों की तपस्या होती है जो छात्र जिस क्षेत्र में अध्ययन करते हैं वह अपनी पुस्तक सरस्वती मां के प्रतिमा के पास रख दें और विसर्जन के बाद उस पुस्तक का अध्ययन करना लाभकारी होता है इससे सफलता मिलती है. खास करके आज के दिन सरस्वती कवच का पाठ करना और मौन व्रत रखना विशेष फल की प्राप्ति कारक होता है.
सरस्वती पूजन इस बार कंपटीशन की तैयारी कर रहे छात्र खोर्चों उपचार विधि से करें, जिसमें गाय दूध, गाय के दूध से निर्मित दही, घी, शहद, शक्कर से सरस्वती स्नान का विधि होता है. उसके बाद पीला वस्त्र और सुगंधित वस्तु पुष्प, अक्षत, चंदन , नवेद्य, अबीर, गुलाल, सिंदूर इत्यादि से पूजन करने से विशेष कृपा सरस्वती की बनती है. साथ में सोलह रिचा मंत्र के द्वारा सरस्वती का आह्वान करें.
Location :
Darbhanga,Bihar
First Published :
February 02, 2025, 11:21 IST