Agency:News18 Madhya Pradesh
Last Updated:February 02, 2025, 14:10 IST
Narmada Jayanti 2025: मध्य प्रदेश के खंडवा में नर्मदा जयंती उत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा. इसकी तैयारियां व्यापक स्तर पर चल रही हैं. 151 लीटर दूध से अभिषेक के अलावा, कलश यात्रा और भजन संध्या भी होगी. जानें सब... ...और पढ़ें
ओंकारेश्वर में नर्मदा जयंती कार्यक्रम.
हाइलाइट्स
- नर्मदा जयंती पर ओंकारेश्वर में सवा लाख दीपदान होगा
- 4 फरवरी को 151 लीटर दूध से मां नर्मदा का अभिषेक
- 12 फरवरी को मुख्य कार्यक्रम में 251 लीटर से अभिषेक
खंडवा: तीर्थ नगरी ओंकारेश्वर में जय मां नर्मदा युवा संगठन और ओंकारेश्वर मंदिर संस्थान की ओर से सप्त दिवसीय नर्मदा जन्मोत्सव मनाया जाएगा. बड़ी संख्या में श्रद्धालु ओंकारेश्वर पहुंचकर मां नर्मदा का पूजन कर चुनरी अर्पित करेंगे. नर्मदा नदी में सवा लाख दीपदान किए जाएंगे. इसकी तैयारी प्रारंभ हो चुकी है.
कोटीतीर्थ घाट पर ओंकारेश्वर मंदिर ट्रस्ट द्वारा रंगाई सज्जा कर तैयारियां की जा रही हैं. इन मंचों पर धार्मिक कार्यक्रम होंगे. नर्मदा संगठन सदस्यों ने बताया कि सप्त दिवसीय नर्मदा जन्मोत्सव के दौरान प्रतिदिन केवलराम घाट पर पूजा पाठ के अलावा शाम 7 बजे शुद्ध घी से बने हलवे का प्रसाद भी वितरण किया जाएगा.
बता दें कि 4 फरवरी को दोपहर 12 बजे से 151 लीटर दूध से मां नर्मदा का दुग्धाभिषेक किया जाएगा. दोपहर 12 से 3 बजे तक जेपी चौक पर पूड़ी-सब्जी का भंडारा होगा. शाम 4 बजे जेपी चौक से कलश यात्रा ओंकारेश्वर नगर के शिवपुरी, विष्णुपुरी सहित ब्रह्मपुरी में निकाली जाएगी.
ऐसे होंगे आयोजन
शाम 7.30 बजे मां नर्मदा की काकड़ा आरती के साथ नर्मदा के मुख्य घाटों पर आरती होगी. साथ ही नर्मदा नदी में सवा लाख दीपदान एवं आतिशबाजी होगी. साथ ही भजन संध्या का कार्यक्रम भी रखा गया है, जिसमें प्रसिद्ध भजन गायक मनीष तिवारी अपनी टीम के साथ प्रस्तुती देंगे.
12 फरवरी को मुख्य कार्यक्रम
बता दें कि प्रतिवर्ष तीर्थनगरी में नर्मदा जयंती महोत्सव श्रद्धा-भक्ति के साथ मनाया जा रहा है. नर्मदा के कोटितीर्थ, चक्रतीर्थ, ओंकार, केवलराम, नागर, संगम सहित प्रत्येक घाट पर अभिषेक-पूजन व संध्या आरती होती हैं. मुख्य दिवस 12 फरवरी को मनाया जाता है. इस दिन 251 लीटर दूध से मां नर्मदा का अभिषेक, पूजन होता है. जन्म समय दोपहर 12 बजे हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा होती है. घाटों पर श्रद्धालु माता को चुनरी अर्पित करते हैं. शाम को सवा लाख दीपदान व आतिशबाजी की जाती है. शाम 7.30 बजे महाआरती के बाद देसी घी के हलवे ही महाप्रसादी घाटों व पूरे नगर में वितरित की जाएगी.
Location :
Khandwa,Madhya Pradesh
First Published :
February 02, 2025, 14:10 IST
नर्मदा जयंती: ओंमकारेश्वर में होगा सवा लाख दीपदान, जानें वर्षों पुरानी परंपरा