Last Updated:January 23, 2025, 10:43 IST
BSF ने पाकिस्तान सीमा पर सुरंगों से घुसपैठ रोकने के लिए ऑपरेशन शुरू किया है। 33 किमी सीमा पर सुरंग रोधी खाइयां खोदी जा रही हैं। 2024 में 257 ड्रोन बरामद हुए, एंटी-ड्रोन सिस्टम तैनात।
पाकिस्तान से लगी सीमा पर बीएसएफ हाई अलर्ट पर है. दरअसल, सीमा पार से आतंकवादियों के सुरंगों के जरिए घुसपैठ की आशंका बढ़ गई है. ऐसे में बीएसएफ वैज्ञानिक तरीके से सुरंगों का पता लगाने की कोशिश रह रही है. इंटेलिजेंस रिपोर्ट्स के मुताबिक सीमा पार से घुसपैठ के प्रयासों की संख्या बढ़ने की संभावना को देखते हुए BSF ने सुरंगों के जरिए आतंकवादियों के भारत में प्रवेश को रोकने के लिए एक बड़े ऑपरेशन की शुरुआत की है. यह ऑपरेशन महीनों तक चलेगा.
BSF के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार ऐसे सीमा क्षेत्र जिनमें सुरंगें बनने की संभावना है, उन पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है. वैज्ञानिक तरीकों के माध्यम से सीमा पार सुरंगों का पता लगाने की कोशिश की जा रही है. दरअसल, जम्मू, सांबा और कठुआ जिलों में पाकिस्तान के साथ 33 किलोमीटर लंबे अंतर्राष्ट्रीय सीमा (IB) पर सुरंग रोधी खाइयों की खुदाई की गई है ताकि भूमिगत घुसपैठ की संभावना को समाप्त किया जा सके. यह कदम इस साल घुसपैठ के ज्यादा प्रयासों की आशंका के मद्देनजर उठाया गया है.
छह माह से चल रहा ऑपरेशन
एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार इस काम की शुरुआत छह महीने पहले हुई थी. उस वक्त जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव नहीं हुआ था. BSF ने सुरंग बनाने की संभावना वाले क्षेत्रों की पहचान की और सबसे महत्वपूर्ण 33 किलोमीटर की सीमा पर काम शुरू किया. इस क्षेत्र में पहले भी सुरंग बनाए के मामले सामने आए थे. आधुनिक मशीनरी और तकनीक से लैस BSF के जवानों ने सुरंग रोधी खाइयां खोदी. इन खाइयों की चौड़ाई करीब 4 फीट और गहराई 10 फीट है.
अगले कुछ महीनों में BSF इस काम को पूरा करेगी और फिर दूसरे क्षेत्रों में खुदाई शुरू करेगी. यह ध्यान रखना जरूरी है कि आखिरी सुरंग 2022 में पाई गई थी. भारत की पाकिस्तान के साथ 3,323 किलोमीटर लंबी सीमा है, जो गुजरात, राजस्थान, पंजाब, जम्मू और कश्मीर, और लद्दाख से होकर गुजरती है.
इसके अलावा 2024 में भारत-पाकिस्तान सीमा से 257 ड्रोन की रिकॉर्ड बरामदगी हुई थी. ऐसे में घुसपैठ की बढ़ी हुई आशंका को ध्यान में रखते हुए BSF ने अवैध ड्रोन गतिविधियों को रोकने के लिए एंटी-ड्रोन सिस्टम तैनात किए हैं. अतिरिक्त बटालियनों को घुसपैठ विरोधी भूमिका में तैनात किया गया है ताकि जम्मू सीमा क्षेत्र में मजबूत स्थिति बनी रहे.
BSF के एक प्रवक्ता के अनुसार बल सीमा सुरक्षा के लिए एक नया डिजाइन किया गया बाड़ (NDF) विकसित कर रहा है. इसके अलावा संवेदनशील क्षेत्रों में बेहतर निगरानी के लिए CCTV, PTZ और बुलेट कैमरे लगाए गए हैं. जम्मू क्षेत्र में घुसपैठ को रोकने के लिए दो अतिरिक्त बटालियनों को तैनात किया गया है.
First Published :
January 23, 2025, 10:43 IST