मार्केट में एक और आईपीओ आने की तैयारी में है। जी हां, ऑटो कम्पोनेंट बनाने वाली कंपनी बेलराइज इंडस्ट्रीज आईपीओ लाने की तैयारी कर रही है। कंपनी ने इसके लिए बाजार नियामक सेबी के पास प्रारंभिक दस्तावेज दाखिल किए हैं। आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के जरिए कंपनी की 2,150 करोड़ रुपये जुटाने की योजना है। पीटीआई की खबर के मुताबिक, ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (डीआरएचपी) के मुताबिक, आईपीओ पूरी तरह से इक्विटी शेयरों का एक नया इश्यू है, जिसमें बिक्री के लिए कोई ऑफर (ओएफएस) घटक नहीं है।
पैसे जुटाने के पीछे क्या है मकसद
खबर के मुताबिक, कंपनी प्री-आईपीओ प्लेसमेंट के जरिए 430 करोड़ रुपये तक जुटाने पर विचार कर सकती है। अगर ऐसा किया जाता है, तो इश्यू का साइज कम हो जाएगा। दाखिल किए गए ड्राफ्ट पेपर्स के मुताबिक, कंपनी कर्ज के भुगतान के लिए 1,618 करोड़ रुपये की आय का उपयोग करने का इरादा रखती है। जून 2024 तक कंपनी के खातों में 2,463 करोड़ रुपये की उधारी है। बेलराइज इंडस्ट्रीज भारत में स्थित एक ऑटोमोटिव कंपोनेंट मैन्युफैक्चरिंग कंपनी है, जो दोपहिया, तिपहिया, चार पहिया, वाणिज्यिक वाहनों और कृषि वाहनों के लिए सुरक्षा संबंधी महत्वपूर्ण प्रणालियों और अन्य इंजीनियरिंग सॉल्यूशन की अलग-अलग रेंज पेश करती है।
दिग्गज ब्रांड हैं कंपनी के ग्राहक
जून 2024 तक, इसने अपने उत्पादों की मार्केटिंग घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर की और ऑस्ट्रिया, स्लोवाकिया, यूके, जापान और थाईलैंड सहित कई बाजारों में ऑपरेशन किया। कंपनी के पास बजाज ऑटो, होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर इंडिया, हीरो मोटोकॉर्प, जगुआर लैंड रोवर और रॉयल एनफील्ड मोटर्स जैसे प्रमुख बहुराष्ट्रीय ओईएम (मूल उपकरण निर्माता) जैसे ग्राहक मौजूद हैं, जो लंबे समय से भी जुड़े हैं। बता दें, 30 जून, 2024 तक आठ राज्यों में इसकी 15 मैनुफैक्चरिंग फैसिलिटीज हैं।
बुक-रनिंग लीड मैनेजर
एक्सिस कैपिटल, एचएसबीसी सिक्योरिटीज एंड कैपिटल मार्केट्स (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड, जेफरीज इंडिया और एसबीआई कैपिटल मार्केट्स इस इश्यू के बुक-रनिंग लीड मैनेजर हैं। वित्तीय मोर्चे पर, कंपनी का परिचालन से राजस्व वित्त वर्ष 24 में 13.7 प्रतिशत बढ़कर 7,484.24 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले वित्त वर्ष में 6,582.50 करोड़ रुपये था। वित्त वर्ष 2024 में कर के बाद लाभ 310.88 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वित्त वर्ष में 313.66 करोड़ रुपये था। 30 जून, 2024 को समाप्त तीन महीनों के लिए परिचालन से राजस्व 1,780.97 करोड़ रुपये और कर के बाद लाभ 71.58 करोड़ रुपये रहा।