एक्सीलेंस स्कूल के छात्र
Satna News: सतना के एक्सीलेंस स्कूल के छात्रों ने सिंगल यूज प्लास्टिक के निस्तारण के लिए अनूठा नवाचार किया. प्लास्टिक क ...अधिक पढ़ें
- News18 Madhya Pradesh
- Last Updated : November 21, 2024, 14:45 IST
सतना. आज के युग की सबसे बड़ी समस्या, सिंगल यूज प्लास्टिक के निस्तारण को लेकर सतना के एक्सीलेंस स्कूल के छात्रों ने एक अनूठा नवाचार किया है. इस प्रोजेक्ट को स्कूल के शिक्षक डॉ. रामानुज पाठक और अन्य शिक्षकों ने दो महीने पहले छात्रों को सौंपा था. विद्यालय के 1,683 छात्रों ने सिंगल यूज प्लास्टिक का कलेक्शन शुरू किया और उसे सही तरीके से निस्तारित करने की योजना बनाई.
प्लास्टिक की बॉटल्स में पैक किया कचरा
छात्रों ने प्लास्टिक की बॉटल्स में रैपर, शैम्पू के पाउच और पॉलीथिन को भरकर एयरटाइट कर दिया, जिससे यह ठोस बन गई. यह प्लास्टिक अब विद्यालय परिसर में चबूतरे, सड़क और बैठने के स्थान बनाने के लिए उपयोग की जाएगी. स्कूल के सेवानिवृत्त प्राचार्य सुशील श्रीवास्तव ने इस प्रोजेक्ट में मार्गदर्शन प्रदान किया.
स्वच्छता अभियान का बड़ा कदम
डॉ. रामानुज पाठक ने लोकल 18 से बात करते हुए बताया कि अगर यह अभियान जिला स्तर पर लागू किया जाए, तो बड़ी मात्रा में सिंगल यूज प्लास्टिक को इकट्ठा कर निस्तारित किया जा सकता है. उन्होंने बताया कि सिंगल यूज प्लास्टिक जमीन को बंजर बना रही है, नालियां जाम हो रही हैं, और यह पशुओं और इंसानों की जान के लिए घातक साबित हो रही है.
कैंसर का कारण बन रही प्लास्टिक
छात्रों ने बताया कि सिंगल यूज प्लास्टिक 800 से 1,000 वर्षों तक नष्ट नहीं होती. माइक्रो और नैनो प्लास्टिक के कण इंसानों के खून में पाए गए हैं, जिससे कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ रहा है.
पर्यावरण प्रहरी का सम्मान
इस प्रोजेक्ट में योगदान देने वाले सभी छात्रों को प्रोत्साहन स्वरूप पर्यावरण प्रहरी का सर्टिफिकेट दिया गया है. छात्रों ने 4 क्विंटल सिंगल यूज प्लास्टिक इकट्ठा करने का लक्ष्य रखा है. इसके बाद इसे चबूतरे और सड़क बनाने जैसे उपयोगी कामों में लगाया जाएगा.
Edited By- Anand Pandey
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FIRST PUBLISHED :
November 21, 2024, 14:45 IST