बुवाई के समय सरसों की फसल में जरूर डालें 10 KG ये खाद ..

3 hours ago 1

हिंदी समाचार

/

न्यूज

/

कृषि

/

बुवाई के समय सरसों की फसल में जरूर डालें 10 KG ये खाद ..दानों से बहेगी तेल की धारा

X

प्रदेश

प्रदेश में तिलहन के क्षेत्रफल को बढ़ाने के लिए सरकार किसानों को लगातार प्रोत्साहित कर रही है. विशेष रूप से, सरसों की खेती पर जोर दिया जा रहा है, क्योंकि ये फसल कम समय और लागत में अच्छी आय देती है. ये कदम किसानों के आर्थिक सशक्तीकरण की दिशा में महत्वपूर्ण है, जिससे वे अपनी आय बढ़ा सकते हैं और आर्थिक स्थिरता हासिल कर सकते है.

शाहजहांपुर: तिलहन की मुख्य फसल सरसों की बुवाई के लिए वैसे तो अक्टूबर का महीना बेहद उपयुक्त माना जाता है, लेकिन इस बार धान की फसल की कटाई देरी से हुई. साथ ही मौसम में जो ठंड अक्टूबर में होनी चाहिए थी अब पड़ रही है. ऐसे में किसान नवंबर के महीने में भी सरसों की बुवाई कर सकते हैं. सरसों की बुवाई करते समय जरूरी पोषक तत्वों की पूर्ति के लिए उर्वरक का इस्तेमाल करना चाहिए ताकि सरसों की फसल से अच्छा उत्पादन मिल सके और सरसों के दानों में तेल की मात्रा को भी बढ़ाया जा सके.

कृषि विज्ञान केंद्र नियामतपुर के पादप रोग एक्सपर्ट डॉ. नूतन वर्मा ने बताया कि वैसे तो किसी भी फसल से अच्छा उत्पादन लेने के लिए उर्वरक का इस्तेमाल करना चाहिए. खासकर तिलहन की फसलों में सल्फर का उपयोग जरूर करना चाहिए. सरसों की फसल में सल्फर का इस्तेमाल करने से पौधे स्वस्थ और मजबूत होते हैं. पौधों में ज्यादा से ज्यादा फलिया आती हैं और फलियां में ज्यादा दाने बनते हैं. सरसों के दानों में तेल की मात्रा बढ़ती है. किसानों को अच्छा उत्पादन मिलता है.

कितनी मात्रा में करें सल्फर का प्रयोग?
किसानों के लिए यह जानना भी बेहद जरूरी है कि सरसों की फसल में कब और कितनी मात्रा में सल्फर का इस्तेमाल करना चाहिए. डॉ नूतन वर्मा ने बताया कि जो किसान अभी सरसों की फसल की बुवाई कर रहे हैं, वह 1 एकड़ में 10 किलोग्राम बेंटोनाइट सल्फर यानी दानेदार सल्फर का उपयोग करें.

30 से 35 दिन बाद करें छिड़काव
जिन किसानों ने अक्टूबर के महीने में सरसों की फसल बोई थी और किसी वजह से अगर सल्फर का इस्तेमाल नहीं कर सके हैं, तो वह सरसों की फसल में पहली सिंचाई करते समय सल्फर का स्प्रे भी कर सकते हैं. यानी कि जब फसल 30 से 35 दिन की हो जाए, तब 1 किलो सल्फर का पाउडर लेकर 1 एकड़ सरसों की फसल में छिड़काव कर सकते हैं. ऐसा करने से सरसों के पौधे पत्तियों के जरिए सल्फर को ग्रहण कर लेते हैं.

Tags: Agriculture, Local18, Shahjahanpur News, Uttarakhand news

FIRST PUBLISHED :

November 21, 2024, 17:15 IST

*** Disclaimer: This Article is auto-aggregated by a Rss Api Program and has not been created or edited by Nandigram Times

(Note: This is an unedited and auto-generated story from Syndicated News Rss Api. News.nandigramtimes.com Staff may not have modified or edited the content body.

Please visit the Source Website that deserves the credit and responsibility for creating this content.)

Watch Live | Source Article