हैदराबाद में किडनी ट्रांसप्लांट करने वाले रैकेट का पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। दरअसल स्वास्थ्य एवं पुलिस अधिकारियों ने मंगलवार को एक कथित किडनी ट्रांसप्लांट रैकेट का भंडाफोड़ करने के बाद एक निजी अस्पताल को सील कर दिया। इसके अलावा इस अस्पताल के प्रबंध निदेशक और अन्य कर्मचारियों को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बता दें कि राचकोंडा पुलिस और चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने अलकनंदा मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल में छापेमारी की, जहां ऐसी शिकायतें मिली थीं कि अस्पताल अनिवार्य अनुमति के बिना किडनी का प्रत्यारोपण कर रहा है।
किडनी ट्रांसप्लांट करने वाले अस्पताल का भंडाफोड़
अस्पताल के अधिकारियों पर आरोप है कि वे दूसरे राज्यों से किडनी दान करने वालों को लालच देते थे और प्रत्यारोपण के लिए राज्य के बाहर से डॉक्टरों को बुलाते थे। वे इस रैकेट के जरिए मोटी कमाई कर रहे थे। सूचना मिलने पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने पुलिस की मदद से छापेमारी की। पुलिस की प्रारंभिक जांच में पता चला कि तमिलनाडु और कर्नाटक के दो-दो लोगों का किडनी ट्रांसप्लांट किया गया था। तमिलनाडु की दो महिलाओं द्वार दान की गई किडनी कर्नाटक के दो मरीजों को प्रत्यारोपित की गई थी। पुलिस ने किडनी दानकर्ताओं और दो मरीजों को एंबुलेंस से सिकंदराबाद के सरकारी गांधी अस्पताल पहुंचाया।
पुलिस कर रही जांच
पुलिस के मुताबिक, अस्पताल का उद्घाटन 6 महीने पहले ही हुआ था और इसमें दो डॉक्टरों द्वारा छोटी-मोटी सर्जरी करने की अनुमति थी। पुलिस ने कहा कि किडनी प्राप्त करने वाले दो लोगों को किसी भी तरह की स्वास्थ्य संबधी जटिलताओं से बचाने के लिए उन्हें गांधी अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया। सहायक पुलिस आयुक्त (सरूरनगर) कृष्णैया और रंगारेड्डी जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी बी. वेंकटेश्वर राव ने अन्य अधिकारियों के साथ मिलकर छापेमारी की। अस्पताल के एमडी सुमंत चारी और अन्य कर्मचारियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। उप जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी गीता की शिकायत पर सरूरनगर पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है।