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इस विधि से सरसों की खेती के साथ करें मधुमक्खी पालन, बढ़ जाएगी दोनों की उत्पादकता, कमाई भी होगी डबल
किसान सरसों के साथ मधुमक्खी की करेंगे खेती तो होगा बम्पर लाभ,
मुंगेर. सरसों की खेती और मधुमक्खी पालन एक-दूसर का पूरक है. दोनों को एक-दूसरे से फायदा मिलता है. किसान यदि मधमक्खी पालन के साथ सरसों की खेती करे तो कम लागत में डबल मुनाफा मुनाफा कमा सकते है. सरसों के खेत के आस-पास मधुमक्खी पालन से सरसों की उपज क्षमता में भी 25 प्रतिशत वृद्धि हो जाती है. मुंगेर कृषि विज्ञान केन्द्र के प्रधान सह वरीय वैज्ञानिक मुकेश कुमार ने लोकन 18 को बताया कि किसान मधुमक्खी पालन से भी अच्छी आमदनी कर सकते है. इसके लिए जिले के किसानों को लगातार प्रेरित भी किया जा रहा है.
परागन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है मधुमक्खी
मुंगेर कृषि विज्ञान केन्द्र के प्रधान सह वरीय वैज्ञानिक मुकेश कुमार ने लोकन 18 को बताया कि किसान सरसों की खेती के साथ-साथ व्यावसायिक दृष्टिकोण से मधुमक्खी पालन भी करें. इससे किसान ज्यादा लाभ कमा सकते है. मधुमक्खी पालन एक प्राचीन व्यवसाय है, जो पर्यावरण और क़ृषि दोनों के लिए काफ़ी फायदेमंद होता है. यदि किसान भाई सरसों के साथ मधुमक्खी पालन करते हैं तो सरसों की उत्पादन 25 से 30 प्रतिशत तक बाढ़ जाती है. मधुमक्खी के द्वारा पर्यावरण या खेतों में परागन (पॉलिनेशन) का कार्य बड़े पैमाने पर सरसों के खेत में की जाती है. इससे सरसों की जबरदस्त पैदावार होती ही है, साथ ही किसान शहर उत्पाद के जरिए भी तगड़ी कमाई कर सकते हैं.
मधुमक्खी पालक बनने के लिए कराए जा रहे हैं कोर्स
मुंगेर कृषि विज्ञान केन्द्र के प्रधान सह वरीय वैज्ञानिक मुकेश कुमार ने लोकन 18 को बताया कि किसान सरसों खेत के मेढ़ों पर मधुमक्खी का बॉक्स रखकर प्रति बॉक्स 25 से 30 किलोग्राम शहद का भी उत्पादन कर लेते हैं. जिसका घरेलू और वैश्विक बाजार में काफ़ी मूल्य मिल जाता है. उन्होंने बताया कि किसानों को यह पता नहीं होता है कि मधुमक्खी फसल की प्रजनन क्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. क़ृषि विज्ञान केंद्र मुंगेर में मधुमक्खी पालक बनने के लिए 3 कोर्स कराए जा रहे हैं. किसान यहां से ट्रेनिंग लेकर मधुमक्खी पालन कर सकते हैं और इससे अच्छी कमाई भी कर सकते हैं.
Tags: Agriculture, Bihar News, Local18, Munger news
FIRST PUBLISHED :
October 27, 2024, 14:38 IST