Agency:IANS
Last Updated:January 22, 2025, 16:06 IST
किसानों के पंजीकरण के लिए NAFED और NCCF के माध्यम से ई-समृद्धि पोर्टल लॉन्च किया गया है. सरकार इस पोर्टल पर पंजीकृत किसानों से MSP पर दालों की खरीद करेगी.
नई दिल्ली. केंद्र ने मौजूदा रबी सीजन में किसानों से दालों की खरीद बढ़ाने की योजना बनाई है ताकि किसानों को उनकी फसलों के लिए उचित मूल्य मिल सके और दालों की खेती को बढ़ावा दिया जा सके जिससे आयात पर निर्भरता कम हो. एक वरिष्ठ अधिकारी ने पुष्टि की है कि केंद्रीय नोडल एजेंसियों, नेशनल एग्रीकल्चरल कोऑपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (NAFED) और नेशनल कोऑपरेटिव कंज्यूमर्स फेडरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (NCCF) को रबी विपणन सीजन के दौरान मूल्य समर्थन योजना (PSS) और मूल्य स्थिरीकरण कोष (PSF) के माध्यम से तूर, उड़द और मसूर दालों की खरीद बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं.
दोनों एजेंसियों ने महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान और कर्नाटक जैसे बड़े दाल उत्पादक राज्यों के लगभग 21 लाख किसानों को अपनी फसलों की खरीद के लिए अपने पोर्टल पर पहले से पंजीकृत कर लिया है. केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पहले राज्यों को आश्वासन दिया था कि केंद्र किसानों द्वारा उत्पादित 100 प्रतिशत तूर, उड़द और मसूर की न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर खरीद करने के लिए प्रतिबद्ध है ताकि फसल विविधीकरण सुनिश्चित किया जा सके और दालों के उत्पादन में आत्मनिर्भरता हासिल की जा सके.
पोर्टल पर हो रहा पंजीकरण
चौहान ने कहा कि किसानों के पंजीकरण के लिए NAFED और NCCF के माध्यम से ई-समृद्धि पोर्टल लॉन्च किया गया है और सरकार इस पोर्टल पर पंजीकृत किसानों से MSP पर दालों की खरीद करने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने राज्य सरकारों से आग्रह किया कि वे अधिक से अधिक किसानों को इस पोर्टल पर पंजीकरण करने के लिए प्रोत्साहित करें ताकि वे सुनिश्चित खरीद की सुविधा का लाभ उठा सकें.
पिछले सीजन 6.41 लाख मीट्रिक टन खरीद
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, 2023-24 रबी सीजन के दौरान केंद्र ने 6.41 लाख मीट्रिक टन (LMT) दालों की MSP मूल्य 4,820 करोड़ रुपये पर खरीद की, जिससे 2.75 लाख किसानों को लाभ हुआ. किसानों के समर्थन के लिए की गई खरीद में 2.49 लाख मीट्रिक टन मसूर, 43,000 मीट्रिक टन चना और 3.48 लाख मीट्रिक टन मूंग शामिल थे.
इसी तरह, 5.29 लाख किसानों से 6,900 करोड़ रुपये के न्यूनतम समर्थन मूल्य के 12.19 लाख मीट्रिक टन तिलहन की खरीद की गई. खरीफ सीजन की शुरुआत में, सोयाबीन के बाजार मूल्य MSP से काफी नीचे थे, जिससे किसानों को काफी कठिनाई का सामना करना पड़ा. केंद्र के हस्तक्षेप से 5.62 लाख मीट्रिक टन सोयाबीन की MSP मूल्य 2,700 करोड़ रुपये पर खरीद की गई, जिससे 2.42 लाख किसानों को लाभ हुआ.
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New Delhi,New Delhi,Delhi
First Published :
January 22, 2025, 16:06 IST