Agency:News18 Chhattisgarh
Last Updated:January 22, 2025, 18:02 IST
Bilaspur Cow Service Campaign: बिलासपुर में वन विभाग से रिटायर्ड दिव्यांग कर्मी निरंकार तिवारी बेजुवानों की सेवा के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया है. पिछले कई वर्षो गौ-गोपाल सेवा संस्था के जरिए गाय सहित अन्य बे...और पढ़ें
बिलासपुर के दिव्यांग कर्मचारी निरंकार तिवारी बने गौ सेवा का मिशाल.
बिलासपुर: हमारे देश में गाय को माता का दर्जा दिया गया है, लेकिन दुर्भाग्यवश आज यही गायें सड़कों पर भूखी-प्यासी कचरा और पॉलीथीन खाने को मजबूर है. इस दर्दनाक स्थिति को बदलने के लिए वन विभाग से रिटायर और दिव्यांग कर्मचारी निरंकार तिवारी ने एक अनोखी पहल शुरू की है. उन्होंने गायों की सेवा को अपने जीवन का लक्ष्य बना लिया और रोजाना अपनी क्षमता के अनुसार गायों को भोजन कराने का संकल्प लिया. उनके इस प्रयास ने समाज में नई जागरूकता पैदा की है और उनके साथ सैकड़ों लोग जुड़ रहे हैं.
इस तरह की गौ-सेवा की शुरुआत
देवउठनी एकादशी के दिन जब निरंकार तिवारी ने एक गाय को कचरा खाते देखा, तो उनका मन व्यथित हो उठा. उसी दिन उन्होंने ठान लिया कि वे इन बेजुबानों के लिए कुछ करेंगे. अब वे रोजाना गायों को हरी भाजियां और रोटियां खिलाने निकलते हैं. निरंकार तिवारी ने 6 साल से रोटी बैंक में सेवा देने के बाद “गौ-गोपाल सेवा संस्था” की स्थापना की. उनका कहना है कि इंसानों के लिए कई संस्थाएं कार्यरत हैं, लेकिन बेजुबानों की सेवा के लिए जागरूकता की कमी है. इसी उद्देश्य से वे रोज दोपहर 12 से 1.30 बजे तक शहर के विभिन्न इलाकों में जाकर गायों को खाना खिलाते हैं और लोगों को इस नेक काम के लिए प्रेरित करते हैं.
समाज को जोड़ने की अनोखी पहल
उन्होंने वाट्सएप ग्रुप के जरिए इस अभियान को व्यापक बनाया. रोजाना की सेवा की तस्वीरें और अपडेट्स शेयर कर वे लोगों को जागरूक कर रहे हैं. एक महीने में ही 78 लोग इस अभियान से जुड़ गए हैं. इनमें से कुछ लोग सेवा में सक्रिय भागीदारी कर रहे हैं, तो कुछ आर्थिक मदद प्रदान कर रहे हैं. निरंकार तिवारी दिन में गायों को भोजन कराने के बाद रात में रेलवे स्टेशन जाकर जरूरतमंदों को भोजन कराते हैं. वे रोटी बैंक के सक्रिय सदस्य भी हैं. उनके इस समर्पण के चलते कई संस्थाएं उन्हें सम्मानित कर चुकी हैं.
बेजुबानों की सेवा के लिए आगे आने की अपील
गौ-गोपाल सेवा संस्था के सदस्य सभी से अपील करते हैं कि गायों की सेवा सिर्फ त्योहारों तक सीमित ना रखें. अगर हर व्यक्ति रोजाना एक गाय को रोटी या चारा खिलाने का संकल्प ले, तो इन्हें कचरा या पॉलीथीन खाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. साथ ही, वे श्वानों के लिए बिस्किट आदि की व्यवस्था भी कर रहे हैं. निरंकार तिवारी की यह पहल ना केवल गायों और अन्य बेजुबानों के लिए जीवनदायिनी साबित हो रही है, बल्कि समाज में जागरूकता का संदेश भी दे रही है. यह अभियान प्रेरित करता है कि हम सभी अपने स्तर पर छोटे-छोटे प्रयास करके समाज में बड़ा बदलाव ला सकते हैं.
Location :
Bilaspur,Chhattisgarh
First Published :
January 22, 2025, 18:02 IST
गौ-सेवा की अनूठी मिशाल करे हैं रिटायर्ड वन कर्मी, चला रहे हैं खास मुहिम