Friendship Tips: कहते हैं दोस्ती एक ऐसा रिश्ता है जिसे व्यक्ति खुद बनाता है और खुद निभाता है. लेकिन, अगर दोस्त ही सच्चा ना हो तो यह धोखा प्यार में खाए जाने वाले धोखे से भी ज्यादा दुख देता है. कई बार हम जाने-अनजाने ही ऐसे लोगों से दोस्ती कर लेते हैं जो हमारे साथ किसी ना किसी मतलब के लिए होते हैं. ऐसे लोगों के साथ दोस्ती में आपको लगता है कि आप अपना बेस्ट दे रहे हैं और आपको बदले में वही एफर्ट नहीं मिल रहा. वहीं, कई बार तो इस दोस्त के साथ होने पर भी आप अकेला महसूस करते हैं. ऐसे में वक्त रहते कौनसा दोस्त सच्चा है और कौनसा नहीं यह जानने के लिए कुछ संकेतों को पहचाना जा सकता है. ये संकेत बता देते हैं कि आपका बेस्ट फ्रैंड रेड फ्लैग (Red Flag) है और आपका सच्चा दोस्त नहीं है.
दोस्ती में रेड फ्लैग्स | Friendship Red Flags
स्वार्थी होना
सच्ची दोस्ती में दोस्त अपने स्वार्थ को ऊपर नहीं रखते बल्कि दोस्ती को तवज्जोह देते हैं. लेकिन, दोस्त अगर झूठा हो तो वह अपने स्वार्थ को हमेशा ऊपर रखेगा. वो वही काम करेगा जिससे उसका फायदा मिलता हो और जिन कामों में उसका अपना स्वार्थ निहित हो.
कभी तारीफ ना करना
फ्रेंडशिप का एक बहुत बड़ा रेड फ्लैग है कि आपका दोस्त कभी आपकी तारीफ नहीं करता है. दोस्ती में दोस्तों की यही कोशिश रहती है कि वे एकदूसरे की सराहना करें, एकदूसरे का कोंफिडेंस बूस्ट करें और एकदूसरे को अच्छा महसूस करवाएं. लेकिन, अगर दोस्त कभी तारीफ ही नहीं करता है तो इसका मतलब यह हो सकता है कि वह आपके कोंफिडेंस को बढ़ाने की फिक्र नहीं करता जबकि सच्चे दोस्त (True Friends) कोंफिडेंस बूस्ट करने की कोशिश जरूर करते हैं.
सपोर्ट की कमी
किसी भी काम को करते वक्त अगर अपने दोस्त ही सपोर्ट ना करें तो इससे ज्यादा बुरा व्यक्ति को क्या ही लगेगा. दोस्ती में अगर आप सही कदम उठा रहे हैं तो आपके दोस्तों का सपोर्ट आपको चाहिए ही होगा. ऐसे में दोस्त सपोर्टिव ना हो तो दोस्ती पर शक होता ही है.
पीठ पीछे आपकी बुराई
सच्चे दोस्त आपके बारे में बुरा बोलने वालों तक से लड़ लेते हैं. ऐसे में वो दोस्त जो आपकी पीठ पीछे बुराई करते हैं, आपका मजाक उड़ाते हैं या आपकी बातें दूसरों से साझा करते हैं तो यह एक बड़ा रेड फ्लैग है और इसका मतलब है कि आपका यह दोस्त सच्चा नहीं है.
ईर्ष्या की भावना
सच्चे दोस्त एकदूसरे से कभी ईर्ष्या नहीं करते हैं. ईर्ष्या की भावना किसी और से आ सकती है लेकिन अगर अपने ही दोस्त से जलन या चिढ़ होने लगे तो ऐसी दोस्ती सच्ची नहीं होती है.
जरूरत में कभी साथ ना होना
दोस्ती जरूरतों को पूरा करने वाले लोगों से नहीं की जाती है. लेकिन, दोस्त अपनी पूरी कोशिश करते हैं कि आपका हर मुश्किल घड़ी में साथ दें और आपकी कठिनाइयों में काम आएं. सच्चे दोस्त जरूरत पड़ने पर मुंह फेरकर नहीं जाते लेकिन झूठे दोस्त सबसे पहले दामन छुड़ाते हैं.
आपको जज करना
बेस्ट फ्रैंड्स (Best Friends) वो होते हैं जिनके सामने आपको किसी बात को करने में झिझक नहीं होती. ऐसा नहीं लगता कि यह दोस्त आपको जज करेगा. लेकिन, अगर आपको आपका ही दोस्त जज करता है तो इसका मतलब है कि वो आपका सच्चा दोस्त नहीं है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.