क्या करें साहब! खेत भी तो गंगा पार हैं आना जाना तो करना ही पड़ता, नाव ही सहारा

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Agency:News18 Bihar

Last Updated:February 12, 2025, 13:38 IST

Ground Report : समस्तीपुर जिले के मोहनपुर में गंगा नदी पार करने के लिए लोग 100 से अधिक यात्रियों और 15-20 मोटरसाइकिलों के साथ नाव का उपयोग करते हैं, गांव के लोगों के खेत भी गंगा पार ही हैं, इसलिए आने-जाने का एक...और पढ़ें

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ओवर लोड नाव 

हाइलाइट्स

  • गंगा पार करने के लिए नाव का उपयोग करते हैं लोग.
  • नाव पर 100 से अधिक यात्री और 15-20 मोटरसाइकिलें लोड होती हैं.
  • खेत और संपत्ति गंगा पार होने के कारण लोग मजबूरी में यात्रा करते हैं.

समस्तीपुर : समस्तीपुर जिले के मोहनपुर से होकर गुजरने वाली गंगा नदी में एक नाव पर 100 से अधिक यात्री सवार होते हैं. इतना ही नहीं, 15 से 20 मोटरसाइकिल भी लोड की जाती हैं. लोग इस नाव से गंगा पार करते हैं, जबकि यह खतरे से खाली नहीं है. यहां हर रोज़ बड़ी संख्या में लोग जान जोखिम में डालकर यात्रा करते हैं. मोहनपुर से गंगा पार दियारा क्षेत्र जैसे नौकरियां, सरसावा, और ज़हंगरा गांवों तक जाने के लिए यह एकमात्र साधन है. यह स्थिति बेहद जोखिमपूर्ण है और कभी भी एक बड़ा हादसा हो सकता है.

क्या कहते हैं यात्रा करने वाले लोग?
समस्तीपुर जिले के मोहनपुर प्रखंड क्षेत्र के धरनी पट्टी के रहने वाले सोहन राय ने बताया कि पिछले बार तो गंगा में डूब भी गए थे, लेकिन वे बच गए. उन्होंने कहा, नाव पर 100 से अधिक लोग सवार होते हैं और यह कभी भी बड़ा हादसा बन सकता है .डर तो लगता है, लेकिन हमारा सारा संपत्ति, खेत और मवेशी गंगा के पार हैं, तो जाना ही पड़ता है. कोई और विकल्प नहीं है.

खेत भी हैं गंगा पार
मोहनपुर प्रखंड के कुतुबपुर गांव के रहने वाले रंजीत राय से पूछा गया कि इतनी भीड़ के साथ कैसे जाते हैं. उन्होंने कहा, मजबूरी है, हमें तो जाना ही है, डर तो लगता है, क्या करूं? पटोरी प्रखंड के हेतनपुर के रहने वाले रणधीर कुमार राय ने कहा कि डर तो लगता है साहब, लेकिन मजबूरी है क्योंकि हमारा खेत और अन्य संपत्ति गंगा पार है, तो जाना आना तो जरूरी है. रसलपुर धरनी पट्टी के रहने वाले जितेंद्र राय ने कहा, नाव पर चाहे जितना भी भीड़ हो, हमें कोई फर्क नहीं पड़ता, क्योंकि मैं रोज़ जाता हूं और हमारा खेत गंगा पार है. उन्होंने कहा कि इसके अलावा अगर कोई विकल्प रहता तो मैं नए विकल्प को चुन लेता, लेकिन हमारे पास तो कोई विकल्प है नहीं.

Location :

Samastipur,Bihar

First Published :

February 12, 2025, 13:34 IST

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