Agency:News18 Himachal Pradesh
Last Updated:January 22, 2025, 17:57 IST
Cleanliness Issues successful Chhoti Kashi Mandi: मंडी जैसे ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व वाले शहर में गंदगी की समस्या काफी निराश करती है. नगर निगम मंडी को अपनी योजनाओं और सफाई व्यवस्था पर पुनर्विचार करने की सख्त जरूरत है....और पढ़ें
गंदगी के ढेर
Mandi City Struggles with Cleanliness: मंडी, जिसे अपनी धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहरों के लिए छोटी काशी के नाम से जाना जाता है, आजकल गंदगी और अव्यवस्था का शिकार हो रही है. स्वच्छ भारत मिशन के तहत सफाई को लेकर किए गए वादे यहां फेल साबित हो रहे हैं. नगर निगम मंडी की लचर सफाई व्यवस्था से न केवल स्थानीय लोग परेशान हैं, बल्कि शहर की सुंदरता पर भी इसका बुरा असर पड़ रहा है.
शहर में गंदगी का आलम
शहर के कई इलाकों में कूड़े के ढेर और फैली गंदगी आम दृश्य बन गए हैं. सीवेज पाइपलाइन जगह-जगह टूटी हुई है, जिससे गंदा पानी सड़कों पर बह रहा है. सफाई न होने के कारण पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र माने जाने वाले स्थान भी गंदगी की चपेट में आ गए हैं. पूर्व जिला परिषद पार्षद आकाश शर्मा ने लोकल 18 से बातचीत में बताया कि नगर निगम मंडी की सफाई व्यवस्था बीते चार सालों में पूरी तरह विफल रही है.
नगर निगम ने ग्रामीण इलाकों को अपने दायरे में शामिल कर लिया, जिससे क्षेत्र का विस्तार तो हुआ, लेकिन सफाई कर्मचारियों की संख्या जैसी की तैसी रही. 6-7 किलोमीटर के नए क्षेत्र को कवर करने के लिए पर्याप्त कर्मी नहीं हैं, जिसके चलते कई इलाकों में कूड़ा नियमित रूप से नहीं उठता. आवारा पशुओं की बढ़ती संख्या ने सड़कों और गलियों की हालत खराब कर दी है. फटी सीवेज पाइपलाइनों से न केवल बदबू फैल रही है, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी खतरा बढ़ रहा है. नगर निगम के पास समस्याओं को सुलझाने की जगह सिर्फ हाउस टैक्स बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है.
लोगों का बढ़ता आक्रोश
नगर निगम की कार्यशैली से नाराज स्थानीय लोग अब विरोध करने की तैयारी में हैं. आकाश शर्मा ने कहा कि जनता को मूलभूत सुविधाएं देने में नगर निगम पूरी तरह नाकाम साबित हुआ है. सफाई, सीवेज, और आवारा पशुओं जैसी समस्याएं दिन-ब-दिन बढ़ रही हैं.विकास कार्यों की धीमी गति और सफाई की कमी ने शहरवासियों को निराश कर दिया है.
क्या होना चाहिए समाधान?
सफाई कर्मचारियों की संख्या बढ़ाई जाए: विस्तारित क्षेत्रों में सफाई व्यवस्था बनाए रखने के लिए कर्मचारियों की संख्या में वृद्धि आवश्यक है. टूटी पाइपलाइनों को प्राथमिकता के आधार पर ठीक किया जाए. आवारा पशुओं को नियंत्रित करने और उनकी देखभाल के लिए विशेष कार्यक्रम चलाया जाए. प्रत्येक क्षेत्र में कूड़ा उठाने की प्रक्रिया को व्यवस्थित और नियमित किया जाए. शहरवासियों को स्वच्छता अभियान में शामिल करने के लिए जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाएं.
Location :
Mandi,Himachal Pradesh
First Published :
January 22, 2025, 17:57 IST