Agency:News18 Uttarakhand
Last Updated:February 01, 2025, 12:53 IST
Haridwar: गुप्त नवरत्रि चल रही है. इन दिनों पर ये खास पाठ करने से न केवल विशेष फल मिलता है बल्कि पूजा-पाठ के दौरान हुई गलतियों की क्षमा भी मिल जाती है. जानते हैं इस बारे में ज्योतिषाचार्य की राय.
गुप्त नवरात्रि में देवी अपराध क्षमा याचना स्तोत्र
हाइलाइट्स
- गुप्त नवरात्रि में देवी दुर्गा की गुप्त साधना करें.
- देवी अपराध क्षमा याचना स्तोत्र का पाठ लाभकारी है.
- गुप्त नवरात्रि में तंत्र साधना से सिद्धि प्राप्त होती है.
हरिद्वार. गुप्त नवरात्रि का आगमन 30 जनवरी से हो चुका है. गुप्त नवरात्रि में देवी दुर्गा और 10 महाविद्या की गुप्त रूप से तंत्र साधना, स्तोत्र आदि का जाप और पाठ करने का विधान है. मार्कंडेय पुराण के अंश दुर्गा सप्तशती धार्मिक ग्रंथ में देवी दुर्गा के गुप्त स्तोत्रों का वर्णन किया गया है. इन गुप्त स्तोत्र का पाठ गुप्त नवरात्रि में गुप्त रूप से करने पर चमत्कारी लाभ होते हैं. शास्त्रों के अनुसार देवी कवच, अर्गला स्तोत्र और कीलक स्तोत्र का पाठ करने पर कभी ना खत्म होने वाला अक्षय फल मिलता है.
जीवन में आती है खुशहाली
देवी कवच स्तोत्र, अर्गला स्तोत्र और कीलक स्तोत्र का पाठ विधि विधान से करने पर शक्ति की देवी मां दुर्गा प्रसन्न होकर सभी मनोकामनाएं पूर्ण करती हैं और नकारात्मक शक्तियों से सुरक्षा कवच भी प्रदान करती हैं. नवरात्रि में इन गुप्त स्तोत्र का पाठ करने पर चमत्कारी लाभ प्राप्त होता है. जिससे जीवन में सुख समृद्धि, खुशहाली आती है और साधक भय से मुक्त होकर साहस, शक्ति का अनुभव करता है.
गुप्त रूप से करना होता है
देवी अपराध क्षमा याचना स्तोत्र की ज्यादा जानकारी लोकल 18 पर साझा करते हुए उत्तराखंड हरिद्वार के ज्योतिषी पंडित श्रीधर शास्त्री बताते हैं कि गुप्त नवरात्र 30 जनवरी से शुरू हो चुके हैं. गुप्त नवरात्रि में साधक शक्ति की देवी मां दुर्गा और 10 महाविद्या की गुप्त रूप से साधना, आराधना, पूजा पाठ, स्तोत्र आदि का पाठ करते हैं. गुप्त नवरात्रि में तंत्र साधना करने से सिद्धि प्राप्त होने की धार्मिक मान्यता है. वे बताते हैं कि गुप्त नवरात्रि में देवी मां को प्रसन्न करने के लिए अनेकों मंत्र, स्तोत्र आदि का जाप और पाठ गुप्त रूप से किया जाता है.
नवरात्र के आखिरी दिनों में जरूर करें ये पाठ
गुप्त नवरात्रि या प्रकट नवरात्रि के आखिरी दिनों में देवी अपराध क्षमा याचना स्तोत्र का पाठ करना बेहद ही जरूरी और लाभदायक होता है क्योंकि अगर किसी मंत्र का जाप करते हुए या स्तोत्र आदि का पाठ करते हुए जाने अनजाने में कोई गलती हो जाती हैं तो देवी अपराध क्षमा याचना स्तोत्र का पाठ करने पर देवी मां उसे माफ करके सकारात्मक फल प्रदान करती हैं.
क्षमा मांगी जाती है
इस चमत्कारी स्तोत्र का पाठ करने से जहां जाने अनजाने में हुई गलतियों का सकारात्मक फल मिलता है वहीं सभी बिगड़े हुए कार्य, कार्यों में आने वाली सभी बाधाएं भी खत्म हो जाती हैं. दुर्गा मां के निमित्त किए जाने वाला देवी अपराध क्षमा याचना स्तोत्र का विस्तार से वर्णन मार्कंडेय पुराण के अंश दुर्गा सप्तशती धार्मिक ग्रंथ में किया गया है.
Location :
Hardwar,Uttarakhand
First Published :
February 01, 2025, 12:52 IST
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.