Agency:News18 Chhattisgarh
Last Updated:February 03, 2025, 14:05 IST
Chhattisgarh Municipal Election 2025: छत्तीसगढ़ में निकाय चुनाव होने जा रहा है. लोगों में चुनाव को लेकर उत्सुकता बढ़ गई है. रायपुर के लोगों का कहाना है कि जनता ऐसे प्रतिनिधि को चुनेगी जो, उनकी समस्याओं को प्राथम...और पढ़ें
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हाइलाइट्स
- स्थानीय मुद्दे छत्तीसगढ़ निकाय चुनाव में अहम होंगे.
- महाराज बंध तालाब की दुर्दशा बड़ा चुनावी मुद्दा.
- नेता की प्रतिनिधित्व क्षमता के आधार पर वोटिंग होगी.
रायपुर. आगामी निकाय चुनाव में इस बार स्थानीय विकास और बुनियादी सुविधाओं की कमी सबसे बड़े मुद्दे बन सकते हैं. वार्डवासियों का कहना है कि जनता ऐसे प्रतिनिधि को चुनेगी जो उनकी समस्याओं को प्राथमिकता से हल कर सके. नाली, सफाई, पानी की किल्लत और सार्वजनिक स्थलों की दुर्दशा को लेकर नागरिकों में आक्रोश है. खासकर ऐतिहासिक महाराज बंध तालाब की दुर्दशा इस चुनाव में बड़ा मुद्दा बनती दिख रही है.
स्थानीय लोगों का कहना है कि तालाब में नाले का गंदा पानी आ रहा है, जिससे यहां नहाना तो दूर, छूना भी मुश्किल हो गया है. इस बार के निकाय चुनाव में जनता सिर्फ वादों पर नहीं, बल्कि जनप्रतिनिधियों की कार्यक्षमता और उनके अब तक के कामों के आधार पर वोट डालने का मन बना रही है.
नेता के प्रतिनिधित्व क्षमता के आधार पर होगी वोटिंग
स्थानीय कृष्णा पांडेय का कहना है कि निकाय चुनाव में नेता की प्रतिनिधित्व क्षमता के आधार पर वोटिंग किया जाएगा. नेता दमदार और कामों को सुचारू रूप से करने वाला होना चाहिए. नाली, लाइट, सफाई भी मुख्य मुद्दे हैं. इसके अलावा ऐतिहासिक महाराज बंध तालाब की सफाई नहीं हो रही है. जिससे पूरे वार्डवासी को समस्याओं से जूझना पड़ता है. तालाब नहाना तो दूर हाथ लगाने के लायक भी नही है. अगर कोई गलती से नहा भी ले उसे खुजली होने लगती है. तालाब में सेफ्टिक और नाले का गंदा पानी आ रहा है. मठपारा निवासी संजय कुमार श्रीवास्तव का कहना है कि राजधानी के विकास के लिए निकाय चुनाव बेहद ही महत्वपूर्ण होता है. पार्षद और मेयर चुनाव फरवरी माह में होने वाला है. पार्षद चुनाव स्थानीय मुद्दे पर होती है. स्थानीय मुद्दे की बात करें तो तालाब में नाली का पानी आना.
महाराज बंध तालाब के नाम पर जेब भरते हैं नेता
महाराज बंध तालाब रायपुर निगम का एटीएम बन चुका है. चाहे वह नगर निगम के अधिकारी हों या वार्ड के पार्षद, मेयर हो. केवल राजनीतिक लाभ लेने महाराज बंध तालाब का इस्तेमाल होता है. कोई भी इस क्षेत्र का जनप्रतिनिधि बनता है वह पांच साल तक इसी की सफाई, सौंदर्यीकरण के नाम पर जेब भरते हैं. करोड़ों रुपए खर्च करने के बाद भी तालाब की स्थिति दयनीय है. इस बार चुनाव में यह सबसे बड़ा मुद्दा बनने वाला है. स्थानीय गुमाल सेन का कहना है कि इस क्षेत्र में पानी की बहुत समस्या है. अब तक कई पार्षद आए लेकिन पानी की समस्या को दूर नहीं कर सके हैं. 15 से 20 ऐसे घर हैं जहां पानी की भारी किल्लत है. इसके अलावा यह इलाका नशेड़ियों का अड्डा बनते जा रहा है.
इस क्षेत्र से जो भी पार्षद बने, इन समस्याओं को प्राथमिकता के साथ ठीक करने के लिए काम करना चाहिए. साथ ही मेयर जो भी बने जनता के बारे में सोचने वाला व्यक्ति हो. शहर में जितने भी नशाखोरी और क्राइम बढ़ रहा है .उसे कानून से मिलकर पहल करते हुए रायपुर शहर को सुरक्षित रखे. इसके अलावा रायपुर की यातायात व्यवस्था बेहद खराब है जो कि इस बार निकाय चुनाव में भी मुद्दा बनाकर सामने आने वाला है.
Location :
Raipur,Chhattisgarh
First Published :
February 03, 2025, 14:05 IST
चुनाव में इस बार स्थानीय मुद्दे होंगे अहम, पानी की समस्या पर गरमाएगी सियासत