Last Updated:January 23, 2025, 15:00 IST
DEO Story: बिहार में छापे के दौरान जिला शिक्षा अधिकारी के घर करोड़ों रुपये कैश मिला है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसकी नौकरी कैसे मिलती है? इसके लिए क्या योग्यता होती है? इन तमाम बातों के बारे में नीचे विस्तार...और पढ़ें
Bihar DEO Story: जिला शिक्षा अधिकारी की नौकरी (Sarkari Naukri) राज्य सरकारों की प्रतिष्ठित नौकरियों में से एक माना जाता है. हर कोई इस नौकरी पाना चाहता है. लेकिन इसे पाने के लिए उम्मीदवारों को राज्य सरकार के जरिए आयोजित की जाने वाली स्टेट पब्लिक सर्विस कमीशन की परीक्षा को पास करना होता है. इसके बाद उनके रैंक के अनुसार यह पद दिया जाता है. जब उनका चयन इन पदों के लिए हो जाता है, तब अलग-अलग जिलों में भेजा जाता है. जिले में पोस्टिंग के बाद कोई जिला अधिकारी अपने कामों या कारनामों की वजह से भी सुर्खियों में रहते हैं.
जिला शिक्षा अधिकारी के पास मिला भारी कैश
ऐसा ही एक मामला बिहार के बेतिया जिले की है. यहां शिक्षा विभाग के एक सीनियर अधिकारी के घर से भारी मात्रा में नकदी बरामद की गई है. यह कार्रवाई राज्य के विजिलेंस विभाग द्वारा की गई छापेमारी में हुई, जिसमें जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) रजनीकांत प्रवीण के आवास से भारी रकम जब्त की गई है. विजिलेंस विभाग ने भ्रष्टाचार के आरोपों के आधार पर यह छापेमारी की, और वर्तमान में मामले की गहन छानबीन की जा रही है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि जिला शिक्षा अधिकारी की नौकरी कैसे मिलता है? इसके बारे में विस्तार से पढ़ सकते हैं.
जिला शिक्षा अधिकारी की ऐसे मिलती है नौकरी
जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) एक महत्वपूर्ण प्रशासनिक पद है, जो जिले में शिक्षा की गुणवत्ता और सभी सिस्टम की देखरेख करता है. यह पद राज्य सरकार के अधीन आता है, और डीईओ जिला स्तर पर शिक्षा नीतियों के कार्यान्वयन, निगरानी, और मैनेजमेंट के लिए जिम्मेदार होता है. इन पदों पर नवौकरी पाने के लिए उम्मीदवार को किसी भी स्ट्रीम में ग्रेजुएट की डिग्री होनी चाहिए. इसके बाद उम्मीदवार को राज्य सिविल सेवा परीक्षा परीक्षा को पास करना होगा. इसके अलावा जिला शिक्षा अधिकारी बनने के लिए उम्मीदवारों की आयु 21 वर्ष से कम नहीं और 40 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए. आयुसीमा उम्मीदवार की कैटेगरी पर निर्भर करता है.
जिला शिक्षा अधिकारी की जिम्मेदारियां
जिला शिक्षा अधिकारी की जिम्मेदारियां व्यापक होती हैं और यह एजुकेशन सिस्टम की कई महत्वपूर्ण पहलुओं को नियंत्रित करता है. इनमें निम्नलिखित शामिल है.
एजुकेशन पॉलिसी का मैनेजमेंट: जिले में शिक्षा नीतियों को लागू करना और उनका निरीक्षण करना.
स्कूलों का निरीक्षण: सरकारी और निजी स्कूलों का निरीक्षण करना ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वे निर्धारित मानकों का पालन कर रहे हैं.
बजट और अकाउंट मैनेजमेंट: शिक्षा विभाग के बजट का मैनेजमेंट और अकाउंट्स वर्कों का संचालन.
उपस्थिति और पदोन्नति: शिक्षा क्षेत्र के कर्मचारियों की उपस्थिति और पदोन्नति की निगरानी करना.
प्रशासनिक कार्य: शिक्षा विभाग से संबंधित सभी प्रशासनिक कार्यों का संचालन.
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First Published :
January 23, 2025, 15:00 IST