Agency:News18 Jharkhand
Last Updated:January 23, 2025, 20:04 IST
Hazaribagh News : स्वीटी कुमारी ने "बीबलो कवच" नामक अनोखा कॉन्सेप्ट तैयार किया है, जिससे किताबों को अनंत समय तक संरक्षित किया जा सकता है. यूनाइटेड किंगडम ने इसे पेटेंट किया है. सेंसरयुक्त जैकेट धूल, नमी, पानी औ...और पढ़ें
स्वीटी कुमारी
हजारीबाग. झारखंड के कोडरमा जिले की बेटी स्वीटी कुमारी ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई है. कोडरमा जिले के झुमरी तिलैया की रहने वाली स्वीटी ने एक ऐसा कॉन्सेप्ट तैयार किया है, जिससे पुस्तकों को अनंत समय तक सुरक्षित रखा जा सकता है. उनके इस कॉन्सेप्ट को यूनाइटेड किंगडम की सरकार ने पेटेंट दिया है. पेटेंट मिलने में बाद अब कोई भी देश या लाइब्रेरी इस कॉन्सेप्ट का उपयोग करके किताबों की सुरक्षा के लिए डिवाइस नहीं बना सकता है. स्वीटी ने इस कॉन्सेप्ट का नाम बीबलो कवच दिया है.
स्वीटी ने एक खास प्रकार का कॉन्सेप्ट दुनिया को दिया है. जिसमें ऐसे “जैकेट“ डिजाइन किया गया है , जिसे किताबों पर लगाया जा सकता है. इस जैकेट में कई प्रकार के सेंसर लगे होंगे, जो किताबों पर धूप, नमी, धूल और पानी के प्रभाव को ट्रैक कर पाएंगे. सेंसर किसी भी नुकसान की स्थिति में अलर्ट कर देते हैं, जिससे समय रहते किसी भी किताबों को बचाया जा सके. यह डिवाइस खासतौर पर उन ग्रंथों और प्राचीन पांडुलिपियों के लिए उपयोगी साबित होगा जिन्हें धरोहर के रूप में संरक्षित किया गया है.
ऐसे आया आइडिया
लोकल 18 झारखंड से बातचीत के दौरान स्वीटी ने बताया कि वह हजारीबाग के डीएवी पब्लिक स्कूल में लाइब्रेरियन के रूप में काम करती हैं. उन्होंने लाइब्रेरी में काम करते हुए देखा कि समय के साथ किताबें खराब हो जाती हैं. किसी भी किताब को खराब करने के लिए धूल, नमी, पानी, धूप यादि चीजों जिम्मेदार होती है. स्कूल में काम करते हुए यह कांसेप्ट आया. उन्होंने बताया कि बार-बार पुरानी किताबों को चेक करना न केवल मुश्किल है, बल्कि इससे किताब की देखभाल करने वाले हालत भी खराब हो सकती है.
आगे बताया कि आगे आने वाले भविष्य में उनका यह कॉन्सेप्ट बेहद कारगर होगा. पुराने से पुराने लिपि को सुरक्षित करने के लिए इस कांसेप्ट का उपयोग करके डिवाइस तैयार किया जाएगा. जिससे हमारे ग्रंथों को सही सलामत रखा जा सकेगा.
Location :
Hazaribagh,Jharkhand
First Published :
January 23, 2025, 20:04 IST