ठंड के मौसम शुरू हो गया है. इसके साथ ही पारा हर दिन गिर रहा है. ऐसे में लोगों को ठंड का एहसास होने लगा है. इसके साथ ही कोहरा भी देखने को मिल रहा है. इसकी वजह से खेतों में नमी की मात्रा बढ़ गई है. इससे टमाटर के फसल में फफूंद, फल छेदक, कीड़े लगना जैसी समस्यों का सामना किसानों को करना पड़ रहा है. अगर इसका सही समय पर ध्यान नहीं दिया गया तो किसानों को बड़ा नुकसान हो जाता है.
टमाटर के फसल को बचाने के लिए और इसका इलाज करने के लिए क्या उपाय करना चाहिए ये जानने की कोशिश की लोकल18 की टीम ने कृषि वैज्ञानिक से. कृषि वैज्ञानिक का कहना है कि ठंड के सीजन में फसल में फफूंद जैसी बीमारियां होने लगती है.
दवाई का छिड़काव करें
हालांकि किसानों को इससे घबराने की जरूरत नहीं है. इसके लिए कुछ उपाय किया जा सकता है. इसे ठीक करने के लिए किसान भाई दो तरीका अपना सकते हैं. इसमें रोग ठीक करने वाले दवाई का छिड़काव कर और दूसरा जैविक रूप से. इसमें किसान 1 लीटर में 10 मिली नीम का तेल मिलाकर शाम के समय में खेत छिड़काव करने से लाभ मिलता है.
खेत के पास धुंआ करने से नमी खत्म
कृषि वैज्ञानिक डॉ नवीन कुमार सिन्हा ने लोकल 18 से कहा कि इस मौसम में फसल में फल छेदक और जीवाणु जनित बीमारियां देखने को मिलता है. इसकी वजह खेत में नमी ज्यादा होना है. ऐसे में पानी नहीं देना चाहिए. हालांकि खेत सुख न जाएं इसका ध्यान रखना चाहिए. उसके साथ ही शाम के समय में खेत के पास धुंआ करने से नमी खत्म होती है. इससे बीमारियों की समस्या भी कंट्रोल होती है. इसके साथ है किसान दवाई का भी उपयोग कर सकते हैं. इसमें नेटिवो 1 लीटर पानी में 1 ग्राम, ब्लैटॉक50 2 ग्राम 1 लीटर पानी में मिलाकर खेत में छिड़काव करने से बीमारी ठीक हो जाती है.
Tags: Agriculture, Giridih news, Hindi news, Jharkhand news, Latest hindi news, Local18
FIRST PUBLISHED :
November 17, 2024, 20:22 IST