डाइट में शामिल करें ये रोटी, 1 हफ्ते में कम होगा 1 किलो वजन! चेहरा करेगा ग्लो

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Agency:News18 Uttarakhand

Last Updated:February 04, 2025, 16:50 IST

Bageshwar: पहाड़ों पर कई प्रकार का आटा इस्तेमाल किया जाता है इसमें से एक है बाजरे का आटा. ये शरीर को बहुत से फायदे पहुंचाता है और इसकी तासीर गर्म होती है इसलिए ठंडी जगहों पर इसे खासतौर पर खाया जाता है.

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बाजरे

बाजरे का आटा 

हाइलाइट्स

  • बाजरे का आटा वजन कम करने में मददगार है.
  • बाजरे का आटा ग्लूटेन मुक्त और पौष्टिक होता है.
  • बाजरे की रोटी खाने से चेहरा ग्लो करता है.

बागेश्वर: उत्तराखंड के बागेश्वर में बाजरा अच्छी मात्रा में उगाया जाता है. बाजरे के आटे की बाजार में भी खूब डिमांड रहती है. हालांकि बाजरे को उगाना और इसका आटा बनाना थोड़ा मुश्किल काम होता है. लेकिन पहाड़ के लोग इसे आसानी से कर लेते हैं. बाजरे के आटे की तासीर गर्म होती है. इसलिए सर्दियों में इसका सेवन किया जा सकता है. साथ ही बाजरे का आटा ग्लूटेन मुक्त होता है.

इसके आटे की रोटी बनाने के साथ ही इसे कई खाद्य उत्पाद के साथ मिलकर खाया जा सकता है. बाजरे का आटा बागेश्वर की सरस मार्केट में आसानी से मिल जाता है. इन दिनों बाजरे के आटे का रेट प्रति किलो 120 रुपये है.

बनते हैं बहुत से आइटम
बागेश्वर की स्थानीय जानकार विमला दानू ने लोकल 18 को बताया कि बागेश्वर ही नहीं अन्य जिलों और राज्यों से आए लोग भी बाजरे के आटे की खूब डिमांड करते हैं. बाजरे से कई प्रकार के आइटम बनाए जाते हैं. जैसे बाजरे का रोटला, बाजरे की खिचड़ी, सौंठ बाजरा की राब, बाजरा मेथी ढेबरा, बाजरे की रोटला, बाजरा मेथी के ढोकला, बाजरा मेथी पराठा और रोटी. बाजरे का आटा बनाने के लिए पौधे से दाना अलग किया जाता है. इस दाने की चक्की या मिक्सी में पिसाई कर आटा तैयार हो जाता है.

एक किलो का पैकेट उपलब्ध है
उन्होंने बताया कि बागेश्वर के पर्वतीय इलाकों में बाजरा उगाया जाता है. वहां से दाना मंगाया जाता है. दाने में सरस मार्केट में साफ कर इसका आटा तैयार किया जाता है. उन्होंने कहा कि जब स्वयं सहायता समूहों की मदद से बाहरी राज्यों में मेले के दौरान स्टॉल लगाए जाते हैं. उस दौरान भी लोग बाजरे के आटे की खूब डिमांड करते हैं. सबसे छोटा पैकेट एक किलो का बनाया गया है. अधिक खरीदने के लिए आप बागेश्वर की सरस मार्केट में डिमांड रख सकते हैं. डिमांड के आधार पर आटा या दाना गांवों से मंगाया जाता है.

भरपूर फाइबर होता है इस आटे में
आयुर्वेद के अनुसार बाजरे के आटे में फाइबर भरपूर मात्रा में होता है, जो पाचन तंत्र को बेहतर बनाने में मदद करता है. बाजरे के आटे में ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है, जो दिल के स्वास्थ्य के लिए अच्छा है और दिल की बीमारियों को दूर करता है. बाजरे के आटे में मैग्नीशियम होता है, जो रक्तचाप को कंट्रोल करता है. जिससे दिल की बीमारियों का खतरा कम होता है.

तेजी से कम होगा वजन
इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट सूजन और ऑक्सीडेटिव तनाव से लड़ने में मददगार हैं. इसको पेट के लिए हल्का माना जाता है. बाजरे में मौजूद पोटैशियम ब्लड वेसल्स को फैलाता है और सर्कुलेशन में मदद करता है. इसमें मौजूद फाइबर खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है. बाजरे का आटा डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद होता है. इससे वजन कम करने में मदद मिलती है और ये पौष्टिकता से भरपूर होता है. नियमित रूप से बाकी नियमों का ख्याल रखकर इसकी रोटी खाएंगे तो तेजी से वजन कम होगा.

Location :

Bageshwar,Uttarakhand

First Published :

February 04, 2025, 16:50 IST

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