हाइलाइट्स
योगी सरकार में मंत्री नितिन अग्रवाल ने संभल हिंसा को लेकर बड़ा दावा किया है मंत्री नितिन अग्रवाल का दावा है कि संभल हिंसा दो स्थानीय नेताओं के वर्चस्व की लड़ाई मंत्री ने कहा कि तुर्क सांसद और पठान विधायक की राजनीतिक वर्चस्व की वजह से हुई हिंसा
संभल. उत्तर प्रदेश के संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान भड़की हिंसा को लेकर योगी सरकार के मंत्री नितिन अग्रवाल ने बड़ा आरोप लगाया है. नितिन अग्रवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर पोस्ट करते हुए लिखा कि स्थानीय तुर्क सांसद और पठान विधायक के वर्चस्व की लड़ाई ने संभल को हिंसा की आग में झोंक दिया गया. उनका कहना है कि तुर्क बड़ा या पठान महान की लड़ाई में स्थानीय विधायक के चार समर्थकों की मौत हो गई.
मंत्री नितिन अग्रवाल का दावा है कि हिंसा पहले से ही सुनियोजित थी. उनका दावा है कि दो बड़े नेताओं के भड़काने पर यह हिंसा की गई. उन्होंने पोस्ट करते हुए लिखा, “संभल की आगजनी और हिंसा वर्चस्व की राजनीति का नतीजा है. तुर्क-पठान विवाद ने न केवल शांति भंग की, बल्कि आम लोगों की सुरक्षा पर भी सवाल खड़े कर दिए. यूपी पुलिस की तत्परता सराहनीय है.” दरअसल, मंत्री नितिन अग्रवाल का इशारा संभल सांसद जिया उर रहमान बर्क और स्थानीय विधायक इकबाल महमूद अंसारी की तरफ था. बता दें कि पुलिस की एफआईआर में भी दोनों का नाम है.
‘तुर्क बड़ा या पठान महान’ हिंसा का मुख्य कारण?
मंत्री नितिन अग्रवाल के दावे के बाद अब कई सवाल भी उठ रहे हैं. क्या तुर्क सांसद और पठान विधायक के बीच वर्चस्व की लड़ाई से चार लोगों की मौत हुई. क्या मारे गए चरों युवक पठान विधायक के समर्थक थे? दरअसल, कहा जा रहा है कि तुर्क सांसद जिया उर रहमान बर्क के समर्थकों द्वारा चलाई गई गोली से पठान, सैफई और अंसारी की मौत हुई. पुलिस ने भी यह बात कही है कि उसकी गोली से किसी की मौत नहीं हुई है.
अब तक कुल 7 FIR दर्ज
संभल हिंसा के मामले में अब तक कुल 7 FIR दर्ज की गई है. FIR के मुताबिक भीड़ ने एक दरोगा की पिस्तौल छीनने की कोशिश की गई. भीड़ के अंदर से आवाज आई और कहा गया कि सर्वे नहीं होने देंगे. FIR के मुताबिक पुलिस से आंसू गैस के गोले भी छीनने की कोशिश की गई. साजिश के तहत पुलिस पर पत्थरबाज़ी हुई.
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FIRST PUBLISHED :
November 26, 2024, 10:23 IST