Agency:News18 Jharkhand
Last Updated:February 04, 2025, 11:04 IST
Cancer Recovery Stories: कैंसर सरवाइवर डॉ. अरुण मिश्रा कैंसर के मरीजों के लिए संकट मोचन से कम नहीं है. खुद पर बीती तकलीफों का सामना दूसरों को न करना पड़े इसके लिए वह दूसरों के लिए प्रेरणा स्रोत बनाकर उन्हें सही...और पढ़ें
कीमोथेरपी के दौरान डॉ. अरुण मिश्रा और प्राकृतिक के बीच समय व्यतीत करते
हाइलाइट्स
- डॉ. अरुण मिश्रा ने कैंसर पर जीत हासिल की.
- 'थैंक्यू कैंसर' पुस्तक से मरीजों में सकारात्मक ऊर्जा.
- डॉ. मिश्रा ने रिसर्च के लिए पूरा शरीर दान किया.
ओम प्रकाश निरंजन / कोडरमा. किसी भी विपरीत परिस्थिति और किसी भी बीमारी पर जीत पाने के लिए सबसे पहले इंसान को अपने मन पर जीतना आवश्यक होता है. मन पर जीत प्राप्त करने से परेशानी आधी हो जाती है और लोग एक सकारात्मक ऊर्जा के साथ मुसीबत से आसानी से उभर जाते हैं. कोडरमा के डॉ. अरुण मिश्रा आज जिले में ऐसी शख्सियत हैं, जिन्होंने कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी को अपने ऊपर हावी नहीं होने दिया और काफी कम समय में कैंसर पर जीत हासिल कर 100 से अधिक लोगों के लिए भी जीवन जीने की एक नई उम्मीद की किरण बनकर उनके जीवन को भी आसान बना रहे हैं.
कैंसर पर जीत प्राप्त करने की रखें सोच
झुमरी तिलैया के देवी मंडप रोड निवासी शिक्षाविद डॉ. अरुण मिश्रा ने लोकल 18 से विशेष बातचीत में बताया कि वर्ष 2018 में वह कैंसर की चपेट में आ गए थे. इसके बाद उन्होंने कैंसर को कभी अपने ऊपर हावी नहीं होने दिया. उन्होंने बताया कि कैंसर का पता चलने के बाद लोग फर्स्ट स्टेज में ही जीवन जीने की हिम्मत हार जाते हैं. लेकिन लोगों को हमेशा किसी को हराने की नहीं बल्कि उस पर जीत प्राप्त करने की सोच रखनी चाहिए. जब हम किसी को हराने की सोच रखते हैं तो हमारा ध्यान उसकी कमियों पर जाता है जबकि जब हम किसी पर जीत प्राप्त करने की सोच रखते हैं तो हमें अपनी ताकत पर भरोसा होता है. लोग कैंसर को हराने की नहीं बल्कि कैंसर को जीतने की सोच रखें.
थैंक्यू कैंसर पुस्तक जीवन जीने की इच्छा छोड़ चुके लोगों में भर रहा है सकारात्मक ऊर्जा
कैंसर सरवाइवर डॉ. अरुण मिश्रा कैंसर के मरीजों के लिए संकट मोचन से कम नहीं है. खुद पर बीती तकलीफों का सामना दूसरों को न करना पड़े इसके लिए वह दूसरों के लिए प्रेरणा स्रोत बनाकर उन्हें सही मार्गदर्शन देने का काम कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि देश भरकर लोगों के बीच एक सकारात्मक ऊर्जा का संचार के साथ उन्हें खुशनुमा जिंदगी जीने के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से उन्होंने ‘थैंक्यू कैंसर’ नाम की पुस्तक लिखी. जिसके दूसरे एडिशन का विमोचन वर्ष 2023 में झारखंड के राज्यपाल के द्वारा किया गया था. थैंक यू कैंसर पुस्तक के पाठ्य सामग्री विपरीत परिस्थितियों में जीवन जीने का हौसला हार चुके लोगों को नई उम्मीद देकर उनके भीतर सकारात्मक ऊर्जा का संचार करने में काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है. यही वजह है कि देश के बड़े कैंसर हॉस्पिटल टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल मुंबई ने अकेले 650 किताबें मंगाई और इसे मरीज को पढ़ने के लिए दिया. जिससे मरीजों के भीतर सकारात्मक सोच और सकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न हुई और मरीज का रिकवरी रेट भी तेजी से बढ़ रहा है.
रिकवरी रेट देखकर डॉक्टर भी हैरान, रिसर्च के लिए पूरा शरीर किया दान
डॉ. अरुण मिश्रा ने बताया कि लोगों को हमेशा खुश और अपने सेहत के प्रति सजग रहना चाहिए. प्रोस्टेट कैंसर डिटेक्ट होने के बाद आज भी उनका अधिकांश समय शिक्षण संस्थानों में मोटिवेशनल स्पीकर और घर के बगीचे में लगे दो दर्जन से अधिक फूलों के पौधे और हरियाली के बीच गुजरता है. उन्होंने बताया कि उनका इलाज एम्स नई दिल्ली से शुरू हुआ था उनके रिकवरी रेट को देखकर डॉक्टर भी आश्चर्यचकित थे. डॉक्टरों की टीम ने दिनचर्या से जुड़े 60 प्रश्नों पर उनका जवाब लिया था. जिसमें कम समय में कैंसर से रिकवरी और दिनचर्या से जुड़े सवाल शामिल थे. उन्होंने बताया कि कई वर्ष पहले उनकी इच्छा मृत्यु उपरांत अंग डोनेट करने की थी लेकिन कैंसर का पता चलने के बाद उन्होंने कैंसर पर रिसर्च करने वाले चिकित्सकों के लिए अपने पूरे शरीर को दान कर दिया है. मृत्यु के उपरांत उनका शरीर मेडिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट को सौंप दिया जाएगा.
तंबाकू उत्पाद के सेवन से युवाओं में बढ़ रहे हैं कैंसर के मामले
उन्होंने युवाओं में तेजी से बढ़ते हैं कैंसर के मामले पर कहा कि आज देश में जितने भी कैंसर के मामले सामने आ रहे हैं. उसमें 50 प्रतिशत माउथ कैंसर के मामले सामने आते हैं. जिसका मुख्य कारण तंबाकू उत्पाद का सेवन करना, सिगरेट बीड़ी, पान मसाला का सेवन करना शामिल है. उन्होंने खास तौर पर युवा वर्ग से तंबाकू उत्पाद से दूर रहने, नियमित तौर पर मॉर्निंग वॉक और कसरत को अपने दिनचर्या में शामिल करने की सलाह दी है.
Location :
Kodarma,Jharkhand
First Published :
February 04, 2025, 11:04 IST