Agency:News18 Rajasthan
Last Updated:February 04, 2025, 13:15 IST
Marigold Flower Benefits: नवरात्रि और दीपावली पर विशेष रूप से घर और मंदिरों की सजावट में इस फूल का उपयोग किया जाता है. ये फूल मानव शरीर के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है.
गेंदा भारतीय संस्कृति और धार्मिक परंपराओं में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है
हाइलाइट्स
- गेंदे के फूल पूजा और सजावट में उपयोगी हैं.
- गेंदे के फूल में एंटी बैक्टीरियल गुण होते हैं.
- गेंदे के फूल शुभता और समृद्धि का प्रतीक हैं.
जयपुर. लाल पीले रंग वाले गेंदे के फूल मुख्य रूप से सजावट व पूजा में काम में लिए जाते हैं. गेंदे के फूल आसानी से मिल जाते हैं. किसान गेंदे के फूलों की फसल तैयार कर अच्छा मुनाफा भी कमाते हैं. बाजार में गेंद के फूलों की मांग हमेशा बनी रहती है. यह फूल धार्मिक कार्य के अलावा मानव शरीर के लिए भी बहुत उपयोगी है. गेंदे का फूलों का उपयोग पूजा में भी किया जाता है.
आयुर्वेदिक डॉक्टर नरेंद्र कुमार ने बताया कि इस गेंदे के पौधे का उपयोग प्राचीन काल से आयुर्वेद में होता आ रहा है. इसमें एंटी बैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण होते हैं, जो त्वचा और घावों के इलाज में सहायक होते हैं. इसके अलावा गेंदे के पौधे को खेतों में लगाने से कीड़े और अन्य हानिकारक जीव दूर रहते हैं. इसके फूलों से इत्र और ब्यूटी प्रोडक्ट बनाए जाते हैं. इसके अलावा गेंदे के फूल में एंटी बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं. इसका इस्तेमाल दाद, खाज खुजली जैसी समस्याओं में भी किया जाता है.
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गेंदे के पौधे का धार्मिक महत्व
गेंदा भारतीय संस्कृति और धार्मिक परंपराओं में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है. इसकी चमकीली पंखुड़ियां और सुगंध इसे पूजा-पाठ, धार्मिक अनुष्ठानों और त्योहारों में विशेष बनाती हैं. धर्म विशेषज्ञ चंद्रप्रकाश ढांढण ने बताया कि मंदिरों और घरों में भगवान गणेश, लक्ष्मी, विष्णु, दुर्गा और शिवजी की पूजा में गेंदे के फूलों का उपयोग किया जाता है. नवरात्रि और दीपावली पर विशेष रूप से घर और मंदिरों की सजावट में गेंदे के फूलों का उपयोग किया जाता है. वहीं, हवन कुंड में गेंदे के फूल चढ़ाए जाते हैं, जिससे सकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न होती है. धर्म विशेषज्ञ ने बताया कि गेंदे को शुभता, समृद्धि और पवित्रता का प्रतीक माना जाता है, इसलिए इसे शादी-विवाह और अन्य शुभ कार्यों में प्रयोग किया जाता है. संतों और गुरुओं को श्रद्धांजलि देने के लिए भी गेंदे के फूलों की मालाएं अर्पित की जाती हैं.
Location :
Jaipur,Jaipur,Rajasthan
First Published :
February 04, 2025, 13:15 IST
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