Agency:News18 Madhya Pradesh
Last Updated:February 01, 2025, 12:19 IST
Naxal Affected Villages successful India: पालागोंदी गांव में पहुंचने के लिए सड़क नहीं है. वहीं, इस गांव के भीतर भी टूटी हुई सड़कें है. ऐसे में सड़कों की हालत खराब होने से यहां पर बारिश के दिनों में समस्याएं बढ़ जाती है...और पढ़ें
आदिवासी
हाइलाइट्स
- पालागोंदी गांव में सड़क और पानी की भारी कमी है.
- बारिश में बीमार पड़ने पर एम्बुलेंस भी नहीं पहुंच पाती.
- गांव में नेटवर्क और बिजली की भी बड़ी समस्या है.
Water Crisis successful Naxal Areas: बालाघाट जिला मुख्यालय से लगभग 45 किलोमीटर की दूरी पर कई नक्सल प्रभावित गांव है. इन गांवों के लोग आज भी बुनियादी सुविधाओं के लिए संघर्ष कर रहे है. इन्हीं में से एक गांव पालागोंदी नाम का एक गांव है. यहां पर ज्यादातर आबादी आदिवासी समुदाय से आने वाले लोगों की है. इस गांव में लगभग 66 घर है. जब सारी दुनिया 5जी के बाद 6जी और 7जी की बाते कर रही है, वही इस गांव के लोग जीवन जीने के लिए बुनियादी सुविधाओं के लिए संघर्ष कर रहे है. देखिए लोकल 18 पर उनके संघर्ष की कहानी…
इस गांव में पहुंचने के लिए सड़क नहीं
पालागोंदी गांव में पहुंचने के लिए सड़क नहीं है. वहीं, इस गांव के भीतर भी टूटी हुई सड़कें है. ऐसे में सड़कों की हालत खराब होने से यहां पर बारिश के दिनों में समस्याएं बढ़ जाती है. स्थानीय लोग बताते हैं कि यहां पर बारिश में कोई बीमार पड़ जाए, तो एम्बुलेंस तो दूर एक चौपहिया वाहन तक नहीं आ पाता है.
नाले का पानी पीना पड़ता है
इस गांव की एक महिला ने बताया कि हमारे गांव में पीने की काफी समस्या है. ये आज से ही नहीं शुरू से ही इस तरह समस्या रही है. हमें पीने के पानी के लिए 2 किलोमीटर दूर नाले की तरफ जाना पड़ता है. वहीं, इस गांव में नल जल योजना के तहत पाइप लाइन बिछा दी गई है. लेकिन पानी कभी नहीं पहुंचा. ऐसे में नाले का पानी पीने को मजबूर है.
बिजली गूल होती है तो कई दिनों तक नहीं आती
स्थानीय लोगों को कहना है कि यहां पर बिजली की ठीक व्यवस्था नहीं है. ऐसे में यहां पर कभी बिजली जाती है, तो कई-कई दिनों तक नहीं आ पाती है. वहीं, ट्रांसफार्मर नहीं होने से बिजली का वोल्टेज भी कम रहता है. ऐसे में रबी की फसलों की खेती भी नहीं हो पाती है.
नेटवर्क एक बड़ी समस्या
यह गांव बिल्कुल डिजटली डिस्कनेक्ट है. यहां न तो नेटवर्क रहता है न ही कोई ऑनलाइन काम हो पाते हैं. ऐसे में कई फॉर्म भरना हो या कुछ काम हो तो कई किलोमीटर दूर जाना पड़ता है.
Location :
Balaghat,Madhya Pradesh
First Published :
February 01, 2025, 12:19 IST
न पानी न सड़क, जीवन जीने के लिए भी संघर्ष कर रहे नक्सल प्रभावित क्षेत्र के लोग