रिपोर्ट: सच्चिदानंद
पटना: बिहार के पटना के प्रसिद्ध महावीर मन्दिर के नैवेद्यम प्रसाद के लिए केवल गाय के दूध से बने घी का ही उपयोग किया जाता है. गाय का घी अपनी शुद्धता, स्वाद और नैसर्गिक गुणों के लिए सर्वोत्तम माना जाता है. इसलिए इसे ही प्रसाद के लिए उपयुक्त माना गया है. महावीर मन्दिर न्यास के सचिव आचार्य किशोर कुणाल ने बताया कि कर्नाटक मिल्क फेडरेशन से नंदिनी घी मंगाया जाता है क्योंकि यह केवल गाय के दूध का घी बनाता है, जबकि बिहार के अन्य डेयरियों में मिक्स दूध का घी बनाया जाता है. उन्होंने कहा कि मिक्स दूध का घी प्रसाद के लिए उपयुक्त नहीं होता. इसके अलावा नंदिनी का शुद्ध घी सुधा के घी से सस्ता भी पड़ता है.
बिहार से क्यों नहीं होती है घी की खरीद
आचार्य किशोर कुणाल ने बताया कि कर्नाटक मिल्क फेडरेशन लिमिटेड कोई अन्य दूध नहीं लेता. यहां केवल गाय के दूध से बने दही और घी आदि की बिक्री की जाती है. इसलिए यहां कोई अन्य दूध के मिलावट की गुंजाइश नहीं बनती. उन्होंने कहा कि बिहार के डेयरी में गाय और भैंस सभी प्रकार का दूध लिया जाता है. ऐसे में यहां मिक्स दूध का ही घी बनता है. यहां केवल गाय के दूध से बना घी उपलब्ध नहीं है और मिक्स दूध का घी नैवेद्यम के लिए उपयुक्त नहीं है.
सुधा घी से मिलता है सस्ता
आचार्य किशोर कुणाल ने बताया कि इतनी दूरी से आने पर भी कर्नाटक मिल्क फेडरेशन के गाय का घी अभी यहां पहुंचाकर 590 रुपये प्रति किलो दिया जा रहा है. यह दर सुधा के घी से भी कम है. आचार्य किशोर कुणाल ने बताया कि कर्नाटक मिल्क फेडरेशन गाय के दूध का शुद्ध घी दे रहा है और यह शुद्ध घी सुधा डेयरी के घी से सस्ता भी है.
पहले मंगाया जाता था छाली
आचार्य किशोर कुणाल ने बताया कि नैवेद्यम के शुरुआती वर्षों में दूध उत्पादकों से दूध की छाली मंगाकर घी लिया जाता था. लेकिन नैवेद्यम की बढ़ती मांग के हिसाब से छाली की आपूर्ति कम पड़ती गयी. तब से सीधे घी की खरीद की जाने लगी.
हर महीने लगभग 94 लाख रुपये का आता है घी
महावीर मन्दिर में अभी प्रत्येक महीने 15 हजार किलो घी की खरीद की जा रही है. इसके लिए कर्नाटक मिल्क फेडरेशन लिमिटेड को हर महीने लगभग 94 लाख रुपये का भुगतान किया जाता है. आचार्य किशोर कुणाल ने बताया कि कर्नाटक मिल्क फेडरेशन का नंदिनी घी शुद्ध और प्रमाणिक है. नंदिनी घी की बजाय अन्य घी के इस्तेमाल से तिरुपति के लड्डू पर सवाल खड़े हुए. जबकि दाम बढ़ने के बावजूद महावीर मन्दिर ने कर्नाटक मिल्क फेडरेशन के नंदिनी घी की कीमतों में बढ़ोत्तरी को नियंत्रित कर उसकी आपूर्ति बरकरार रखी. इसीलिए महावीर का नैवेद्यम देश का सबसे शुद्ध प्रसाद है.
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FIRST PUBLISHED :
September 24, 2024, 22:26 IST