![सीएम मोहन यादव।](https://static.indiatv.in/khabar-global/images/new-lazy-big-min.jpg)
भोपाल: देशभर में नदियों को एक साथ जोड़ने का काम किया जा रहा है। इसी क्रम में मध्य प्रदेश सरकार भी लगातार प्रयास कर रही है। मध्य प्रदेश सरकार अपने पड़ोसी राज्यों की सरकारों के साथ मिलकर नदियों को जोड़ने का काम तेजी से पूरा कर रही है। इसे लेकर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा, "प्रदेश अपनी विकास की यात्रा में सभी सेक्टरों में काम कर रहा है। मुझे इस बात का संतोष कि पीएम मोदी जी के नेतृत्व में उनकी भावना के अनुसार हम अपने राज्य की नदियों का और आस-पास के राज्यों से सुखद और दोनों राज्यों के हितों के बंटवारे के क्रम को लगातार बनाए हुए हैं, जिसके कारण हमारे क्षेत्र के किसानों के जीवन में सिंचाई का पानी मिले, पीने का पानी रहे और साथ ही औद्योगीकरण के लिए भी पर्याप्त पानी दिया जा सके।"
महाराष्ट्र के साथ हुई बातचीत
सीएम मोहन यादव ने आगे कहा, "राज्यों के बीच भी हमारा सुखद और सौहार्दपूर्ण संपर्क रहे, इसलिए वर्षों से लंबित सभी मसलों को हल करते हुए क्रमशः उसमें आगे बढ़ रहे हैं। आज हमने महाराष्ट्र के साथ हमारी नदियों के संबंध में कई वर्षों से जो अटकी हुई योजनाएं हैं, उन योजनाओं की प्राथमिक चर्चा को हमने आगे बढ़ाने का काम किया है। महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस जी को अपनी भावनाओं से अवगत कराया और वह भी चाहते हैं कि मध्य प्रदेश के साथ ताप्ती और कन्हान नदी की जो परियोजनाएं वर्षों से लंबित हैं, उस पर ठोस काम किया जाए। हम पीएम मोदी के इस अभियान को लेकर आगे बढ़ रहे हैं और इस पर पूरा काम कर रहे हैं।"
दोनों राज्यों को मिलेगा फायदा
उन्होंने कहा, "इसके तहत हमारी ताप्ती से लगभग 1,23,000 हेक्टेयर नया एरिया हमारे क्षेत्र में सिंचित हो पाएगा। वहीं महाराष्ट्र में भी 34,000 हेक्टेयर की जल राशि उनको उपलब्ध होगी। इसके माध्यम से हमारे कई गांव और जिलों को लाभ मिलेगा। कुल मिलाकर नदी के एक-एक बूंद के जल का उपयोग राष्ट्रहित में हो, किसानों के हित में रहे, नगरीय या ग्रामीण आबादी के पीने के पानी के रूप में रहे या हमारे उद्योगों के लिए रहे ये हमारा प्रयास है। इससे पहले के प्रोजेक्टों (राजस्थान और यूपी की परियोजनाओं) की तरह ही महाराष्ट्र के भी कई शहरों के लोगों को इसका लाभ मिलेगा। आज हमने अपने स्तर पर अधिकारियों की बैठक को संचालित किया है और उनको आगे बढ़ने का निर्देश दिया है।